इजरायल ने दी हमले तेज करने की धमकी

मिस्त्र और फ्रांस समेत कई देशों की युद्धविराम की कोशिशों के बीच इजरायल ने फलस्तीनी के गाजा पंट्टी पर हमला और तेज करने की धमकी दी है। इजरायल ने साफ कहा है कि अगर फलस्तीनी आतंकी गुट हमास युद्धविराम के लिए राजी नहीं हुआ तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। अपने आक्रामक रुख का इजहार करते हुए रविवार को इजरायली लड़ाकू विमानों ने गाजा सिटी में मीडिया के दो दफ्तरों को निशाना बनाया और जमकर बमबारी की। इस हमले ने तीन बच्चें समेत 10 फलस्तीनी की जान ले ली है।

स्वास्थ्य सेवा से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि विमानों से की गई बमबारी में आठ पत्रकार घायल हो गए हैं। एक पत्रकार ने तो अपना पैर ही गंवा दिया है। रविवार को लगातार पाचवें दिन गाजा के अन्य क्षेत्रों में भी इजरायल के हवाई हमले जारी रहे। इसके उत्तारी क्षेत्र में किए गए हमले में चार बच्चों सहित छह लोगों के मारे जाने की खबर है। इजरायली हमले में अब तक 69 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। फलस्तीन अधिकृत क्षेत्र से शनिवार रात को इजरायली क्षेत्र में हमले बंद कर दिए गए थे, लेकिन रविवार सुबह ये फिर प्रारंभ हो गए। तेल अवीव को निशाना बनाकर रॉकेट दागे गए। हालाकि दो रॉकेटों को इजरायल द्वारा नष्ट कर दिया गया। हमले के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश अपनी कार्रवाई को और तेज करेगा।

इजरायल के उप प्रधानमंत्री मोशे यालोन ने कहा कि हम 1000 से अधिक लक्ष्यों पर निशाना लगा चुके हैं। इसलिए फलस्तीनी आतंकी गुट हमास को इस बात पर विचार करना चाहिए कि उसके लिए संघर्ष विराम उचित है या नहीं। उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा है, यदि इजरायली नागरिकों पर रॉकेट और मिसाइल नहीं दागे जाने और गाजा से कोई आतंकी हमला नहीं किए जाने की गारंटी मिलती है तो इजरायल भी फलस्तीनी क्षेत्र में हमले नहीं करेगा।

इजरायल और फलस्तीन के बीच हिंसा बढ़ने से चिंतित भारत ने दोनों को संयम बरतने और ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचने को कहा है जिससे मौजूदा हालात और न बिगड़े। साथ ही दोनों को आमने-सामने बैठकर तुरंत वार्ता करने को कहा है। गाजा में हिंसा को लेकर विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, गाजा के चारों ओर इजरायल और फलस्तीन के बीच हिंसा बढ़ने से हम बहुत चिंतित हैं, क्योंकि इससे उस क्षेत्र में शाति और सुरक्षा बने रहने का खतरा पैदा हो गया है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि क्षेत्र में फैली हिंसा को जल्द से जल्द कम किया जाए। हम दोनों से इसके लिए आवश्यक कदम उठाने की माग करते हैं।

प्रवक्ता ने कहा, इजरायली और फलस्तीनी अधिकारी बिना विलंब आमने-सामने बैठकर वार्ता करें। मालूम है कि भारत की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 14 नवंबर को फलस्तीन पर हुए एक आपातकालीन बैठक में यह संदेश दिया गया था कि परिषद तत्काल हिंसा रोकने को लेकर चिंतित है। भारत ने इस मामले में दोनों ही पक्षों से मामले के समाधान लिए आपस में चर्चा कर सुलझाने के लिए जोर दिया है। ज्ञात है इजरायल और फलस्तीन के बीच पिछले कुछ दिनों से हो रही हिंसात्मक कार्रवाइयों की वजह से काफी लोगों ने जान गवाई। विश्व के कई देशों ने मामले पर संज्ञान लेते हुए शातिबहाली की अपील की है।

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