पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी अपने बेटे बिलावल भुंट्टो को आगे कर अगले साल होने वाले आम चुनाव में उतरना चाहते हैं। बिलावल हालांकि सितंबर, 2013 से पहले तक कोई चुनाव नहीं लड़ सकेंगे क्योंकि तभी वह 25 साल के होंगे।
डॉन अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि जरदारी सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी [पीपीपी] के नाममात्र के प्रमुख बिलावल का राजनीतिक करियर अगले वर्ष मई से पहले शुरू करना चाहते हैं, क्योंकि मई में पाकिस्तान में चुनाव होने हैं। संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली के पीपीपी के एक सदस्य ने कहा, जिस तरह भारत में कांग्रेस पार्टी का गांधी परिवार के बिना चुनाव में जाना कल्पना से परे है, उसी तरह पाकिस्तान में पीपीपी भुंट्टो परिवार के बिना चुनाव में जाने की कल्पना नहीं कर सकती। बिलावल और उनकी बहनें आसिफा व बख्तावर पार्टी के चेहरे हैं। पीपीपी भुट्टो परिवार के नाम से ही चलती है। अपनी मां बेनजीर भुट्टो की असामयिक मौत के बाद तीनों को पार्टी के लिए यह जिम्मेदारी लेनी है।
पीपीपी सांसद ने कहा कि 22 वर्षीय बख्तावर राजनीति में अधिक रुचि नहीं लेतीं और 19 वर्षीय आसिफा की कम उम्र के कारण वह राजनीतिक रैलियों को संबोधित नहीं कर सकतीं, इसलिए पीपीपी के लिए एकमात्र विकल्प यही है कि बिलावल को सक्रिय राजनीति में उतारा जाए।