भारतीय प्रवासी को सबवे ट्रेन ट्रैक पर धक्का देकर उसकी हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार 31-वर्षीय महिला के खिलाफ नस्लीय घृणा के कारण हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है।
महिला ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है कि वह हिन्दुओं और मुसलमानों से नफरत करती है और इसलिए उसने भारतीय को रेल ट्रैक पर धक्का दिया था। क्वींस की रहनेवाली एरिका मेनन्डेज पर 46-वर्षीय सुनंदो सेन की हत्या के संबंध में घृणा के अपराध के तहत ‘सेकेंड डिग्री मर्डर’ का मामला दर्ज किया गया है।
क्वींस जिले के अटॉर्नी रिचर्ड ब्राउन ने कहा कि उसे मुकदमे के लिए क्वींस आपराधिक अदालत में लाया जाएगा। अगर उसे दोषी पाया गया, तो उसे अधिकतम 25 वर्ष से लेकर उम्रकैद तक की सजा मिल सकती है। भारतीय प्रवासी सेन वर्षों से क्वींस में रह रहे थे और उन्होंने हाल ही में कोलंबिया यूनिवर्सिटी के पास प्रिंटिंग और कॉपी करने का व्यापार शुरू किया था।
सेन के साथ एक छोटे अपार्टमेंट में रहने वाले उनके साथियों के मुताबिक, उसके माता-पिता नहीं हैं और वह अविवाहित थे। पुलिस ने सेन की मौत के बारे में भारत में उनके परिजनों को सूचित कर दिया है। मेनन्डेज ने 27 दिसंबर की रात क्वींस स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे सेन को आती हुई ट्रेन के सामने धकेल दिया था। ब्राउन का कहना है कि सेन का शरीर ट्रेन की पहली बोगी के नीचे आया और जब तक ट्रेन रुकती, उसका शरीर दूसरे डिब्बे के नीचे आ गया।