ब्रिटेन की शाही राजगद्दी के तीसरे नंबर के दावेदार राजकुमार प्रिंस हैरी ने खुलासा किया है कि उन्होंने अफगानिस्तान में अपनी तैनाती के दौरान पिछले पांच महीनों में तालिबानी विद्रोहियों से लोहा लेते हुए कई तालिबान विद्रोहियों को मारने में सफलता हासिल की। प्रिंस हैरी ने कहा कि मैंने भी वहीं किया जो अन्य सैनिक करते हैं। प्रिंस हैरी इन दिनों इंग्लैंड में है। 2007-2008 में भी अफगानिस्तान में नाटो सेनाओं के ज्वाइंट टर्मिनल अटैक कंट्रोलर से जुड़े हुए थे।
28 वर्षीय हैरी को अफगानिस्तान में एक टुकड़ी की मदद के लिए बुलाया गया था। प्रिंस वहां ब्रिटिश रॉयल एयरफोर्स के पायलेट के रूप में तैनात थे। उन्होंने बताया कि उनकी टुकड़ी एक तालिबान सरगना का पीछा कर रही थी। तभी अपाचे हेलीकॉप्टर से पहुंचे हैरी ने हेलफायर मिसाइल से लक्ष्य पर निशाना साधा, जिसमें तालिबान सरगना मारा गया।
यह पहला मौका था, जब हैरी को किसी घातक हमले में शामिल किया गया। हालांकि ब्रिटिश राजकुमार प्रिंस हैरी के अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ नाटो सेना के एक सफल अभियान में हिस्सा लेने के कुछ दिन बाद देश के सबसे मजबूत आतंकी गुट ने उन्हें मासूमों की हत्या करने वाला नशेड़ी करार दिया था।
एक अखबार को दिए साक्षात्कार में अफगानिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री गुलबुद्दीन हिकमत्यार ने कहा था कि ब्रिटिश राजकुमार नशे में धुत्त होकर मासूमों की हत्या करने के लिए अफगानिस्तान आया था। वह बिना किसी शर्म के अपने हेलीकॉप्टर पर सवार होकर रॉकेटों से मुजाहिदीनों का शिकार करना चाहता है। लेकिन वह इस सच से वाकिफ नहीं है कि अफगानी शेरों और बाजों का शिकार करना इतना आसान नहीं है। ‘सियार’ बाजों और शेरों का शिकार नहीं कर सकता है।
वह वर्ष 1993 से 1994 तक और फिर थोड़े समय के लिए वर्ष 1996 में अफगानिस्तान का प्रधानमंत्री था। हालांकि ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि कोई भी ब्रिटिश पायलट नशे की हालत में एयरक्राफ्ट नहीं उड़ा सकता है।
गौरतलब है कि तालिबान और अलकायदा का समर्थन करने वाले हिकमत्यार को अमेरिका ने वैश्विक आतंकी की लिस्ट में शामिल कर रखा है।
खबरों के अनुसार अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर स्थित पहाड़ी क्षेत्र के किसी शिविर से हिकमत्यार ने संकेत दिया कि अफगान विद्रोहियों का प्रिंस हैरी के लिए शिकार किया जा रहा है। उसने कहा कि तालिबानी लड़ाके को प्रिंस हैरी की हत्या या अपहरण का आदेश दिया गया है। हम जल्द ही कामयाब होंगे।