चीन में सरकार अक्सर अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक लगाती है। इसके पहले भी कई उदाहरण सामने आ चुके हैं। सत्ताधारी पार्टी के नेता का सेक्स स्कैंडल इंटरनेट पर सार्वजनिक करने वाले खोजी पत्रकार को चीनी पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने धमकी दी अगर उसने अपने पास रखे अन्य वीडियो टेप पुलिस के हवाले नहीं किये तो उस पर सुबूतों को छिपाने का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
जाऊ रुईफेंग का नाम का यह खोजी पत्रकार पीपुल सुपरविजन नेट नाम की एक व्हीसलब्लोइंग संस्था चलाता है।
रुईफेंग ने पिछले साल सत्ताधारी पार्टी के चोंगकिंग प्रांत प्रमुख लेई जेंगफू का सेक्स वीडियो इंटरनेट पर सार्वजनिक कर दिया था जिससे सरकार की काफी किरकरी हुई थी। सोशल साइट्स पर इस वीडियो के फैलने के तुरंत बाद लेई को पार्टी से निकाल दिया गया था। इस मामले के बाद रुईफेंग ने कहा था कि उसके पास अन्य कई अधिकारियों के भी सेक्स टेप हैं। भविष्य में वह उन्हें सार्वजनिक कर सकता है। इस वजह से पुलिस रविवार रात को को रुईफेंग के घर गई और उसे गिरफ्तार कर लिया। रुईफेंग के वकील ने बताया कि पुलिस ने उससे दूसरे वीडियो टेप मांगे।
वकील ने बताया कि रुईफेंग को यह अधिकार है कि वह अपने स्रोत किसी को न बताये। हांलाकि सोमवार सुबह रुईफेंग को पुलिस ने छोड़ दिया।
मालूम हो कि निष्कासित नेता बो शिलाई का तगड़ा जनाधार होने की वजह से चोंगकिंग प्रांत सत्ताधारी पार्टी के लिए अत्यधिक संवेदनशील है। बो शिलाई को पार्टी से भ्रष्टाचार के आरोप में बाहर निकाला गया था। सत्ताधारी पार्टी ने भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए अपना वही पुराना राग अलापा है।
लोगों में आए दिन उजागर होने वाली ऐसी घटनाओं से आक्रोश है। लोग ऐसी घटनाओं से परेशान हैं।