ईरान ने कजाखिस्तान में होने जा रही विश्व शक्तियों की बैठक में अमेरिका से अलग से सीधी बातचीत करने से इनकार किया है।
ईरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रामीन मेहमानपरस्त ने कहा है कि जब तक अमेरिका की ओर से सद्भावना के संकेत नहीं मिलते, वह दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत की संभावना नहीं बन सकेगी।
ईरान और तथाकथित ‘पी पांच प्लस एक’ के बीच नए चक्र की बातचीत 26 फरवरी को कजाखिस्तान के अल्माती में शुरू होगी। ‘पी पांच प्लस एक’ में अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस व ब्रिटेन तथा जर्मनी शामिल हैं।
मेहमानपरस्त ने कहा कि अमेरिका की ओर से सद्भावना के कोई संकेत नहीं मिले हैं। उनका देश अमेरिका से किसी ‘दबाव’ में बातचीत का इच्छुक नहीं है। दबाव में अमेरिका से साथ की जाने वाली वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकलेगा।
इस महीने के प्रारम्भ में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा था कि ईरानी नेतृत्व यदि गंभीर हो तो अमेरिका उनके साथ सीधी बातचीत के लिए तैयार है।
इस बीच, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्ने ने कहा कि ईरान पर दबाव तब तक जारी रहेगा और बढ़ता रहेगा जब तक कि वह अपने परमाणु कार्यक्रमों को लेकर अंतरराष्ट्रीय जवाबदेहियों का निर्वाह नहीं करता।