चीन ने पड़ोसियों को फिर धमकाया

flagबीजिंग। चीन ने जापान समेत सभी पड़ोसियों को धमकी देते हुए कहा है कि वह संप्रभुता और अपने इलाकों के मुद्दे पर कभी पीछे नहीं हटेगा। यदि विवादित द्वीपों के चलते कोई सैन्य कार्रवाई हुई तो इसका जिम्मेदार जापान होगा। शनिवार को चीन पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कांफ्रेंस (सीपीपीसीसी) के प्रवक्ता ल्यू शिन्हुआ ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बताया कि हम जापान समेत सभी देशों से मित्रता चाहते हैं। लेकिन, हमारे अपने सिद्धांत हैं। हम संप्रभुता और अपने इलाकों के मुद्दों पर कभी पीछे नहीं हटेंगे। ल्यू ने युद्ध के सवाल पर कहा कि चीन के जहाज दियाऊ द्वीपों के आसपास जाएंगे। यदि जापान कोई भड़काने वाली कार्रवाई करता है तो इसका जिम्मेदार वही होगा। चीन और भारत का भी लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है। इस मसले पर दोनों देश वार्ता कर रहे हैं।

सीपीपीसीसी देश की मुख्य विधायिका नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) की सलाहकार संस्था है। एनपीसी की बैठक के दो दिन पहले विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए सीपीपीसीसी के 2,237 सदस्यों की बैठक शुरू हुई। नवंबर में कम्युनिस्ट पार्टी के नए नेता शी जिनपिंग की नियुक्ति के बाद एनपीसी की बैठक पहली बार होने जा रही है। सीपीपीसीसी ने हाल ही में हॉलीवुड कलाकार जैकी चेन और पिछले साल के नोबेल विजेता मो यान को शामिल कर अपनी छवि बदलने की कोशिश की है। अगले हफ्ते से शुरू हो रही एनपीसी बैठक के दौरान जिनपिंग को आधिकारिक तौर से देश का नया राष्ट्रपति चुना जाएगा। हू जिंताओ इसी बैठक में इस्तीफा देंगे।

1,000 किमी दायरे में हमला कर सकेगा चीनी लड़ाकू विमान

सेना के आधुनिकीकरण में जुटे चीन ने घोषणा की है कि उसका नया लड़ाकू विमान जे-15 एक हजार किमी के दायरे में हमला करने में सक्षम है। यह अमेरिकी एफ-18 हॉर्नेट फाइटर जेट की क्षमता की तरह बम ले जाने और लड़ाई करने में सक्षम है।

रिपोर्टो के मुताबिक, जे-15 के बहुत हद तक रूसी विमान एसयू-33 की तरह होने से मॉस्को परेशान है। फ्लाइंग शार्क के नाम से भी पहचाने जाने वाले जे-15 की परीक्षण उड़ान अगस्त, 2009 में हुई थी।

 

error: Content is protected !!