वाशिंगटन। एचआईवी वायरस से संक्रमित नवजात बच्चों को जानलेवा बीमारी एड्स से बचाया जा सकता है। हाल ही एक शोध में सामने में आया कि अमरीका में एचआईवी वायरस से पीडित एक नवजात बच्ची को इलाज कर ठीक कर लिया गया।
सूत्रों के अनुसार अमरीका के मिसीसिपी राज्य में एचआईवी संक्रमण के साथ पैदा हुई एक बच्ची का इलाज किया गया। शोधकर्ताओं का दावा है कि बच्ची को एक साल से कोई दवा नहीं दी गई,बावजूद इसके बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है। उसे किसी तरह का कोई संक्रमण नहीं हुआ। बच्ची अभी ढाई साल की है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि यह अवधारणा इस बात की गवाह है कि नवजात बच्चों में एचआईवी संक्रमण का इलाज किया जा सकता है। हालांकि इसका अन्य वायरस से संक्रमित बच्चों पर कितना असर पड़ेगा इसका परिक्षण किया जाना बाकी है।
दिया गया दवाओं का घोल
एक डॉक्टर के अनुसार बच्ची के एचआईवी संक्रमण की पुष्टि होने से पहले उसका इलाज शुरू किया गया। तब लगा कि बच्ची को खतरा है और उसे बचाने के लिए हर कोशिश करनी चाहिए। तब उसे बच्चों में एचआईवी को ठीक करने वाली दवाओं का “कॉकटेल” यानी घोल दिया गया। इस घोल ने बच्ची के शरीर में वायरस को अटैक करने से पहले ही खत्म कर दिया गया।
साथ ही कहा कि आमतौर पर दवाइयां बंद करने पर वापस से वायरस शरीर में संक्रमण करने लगता है। ऎसे में यदि बच्ची आगामी वर्षो में तक स्वस्थ रही तो यह दुनिया का दूसरा मामला हो जब एचआईवी रोगी का इलाज किया जा सका हो।