दुबई। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ तालिबान की धमकी की परवाह न करते हुए स्वदेश लौटने के फैसले पर अडिग हैं। मुशर्रफ ने कहा,’मुझे किसी का खौफ नहीं है। फिर भले ही वह आतंकियों की जान से मारने की धमकी हो या पाकिस्तान पहुंचने पर गिरफ्तारी की।’ आगामी चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करने केलिए मुशर्रफ समर्थकों के साथ रविवार को दुबई से कराची के लिए रवाना होंगे। तालिबान की धमकी के बारे में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा, ‘सेना का 40 साल का अनुभव रखते हुए मैं इन काफिर धमकियों से डरने वाला नहीं हूं।’ उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में तहरीके-तालिबान पाकिस्तान के प्रवक्ता एहसानुल्लाह एहसान ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि पाकिस्तान लौटने पर उसके लड़ाकों का मुख्य निशाना मुशर्रफ होंगे। बेहतर हो कि मुशर्रफ आत्म समर्पण कर दें।
मुशर्रफ पर जानलेवा हमले में शामिल रहे अदनान राशिद ने कहा कि तालिबान ने पूर्व राष्ट्रपति की हत्या के लिए विशेष दल भी तैयार कर लिया है। छह मिनट के वीडियो में राशिद को मुशर्रफ को निशाना बनाने के लिए आत्मघाती हमलावरों व बंदूकधारियों के विशेष दल को प्रशिक्षित करते हुए दिखाया गया है। एहसान और राशिद ने इस्लामाबाद की लाल मस्जिद पर 2007 में की गई सैन्य छापेमारी का भी जिक्र किया और कहा ‘हम तुम्हें जिंदा नहीं छोड़ेंगे।’ रशीद उन 400 कैदियों में एक है, जो पिछले साल जेल से भागने में सफल रहे थे। तालिबान ने जेल पर हमला कर ये कैदी छुड़ाए थे।
सेना द्वारा लाल मस्जिद में छिपे उग्रवादियों के खिलाफ तत्कालीन सैन्य शासक मुशर्रफ के आदेश पर कार्रवाई की गई थी। इसका बदला टीटीपी लेना चाहता है। पिछले हफ्ते ही सऊदी अरब के अधिकारियों ने मुशर्रफ को पाकिस्तान लौटने पर खतरे के प्रति आगाह किया था।