सियोल। अमेरिका और दक्षिण कोरिया से जंग लड़ने को आमादा उत्तर कोरिया ने विदेशियों को दक्षिण कोरिया से निकल जाने के लिए कहा है। हमले की कई धमकियों के बाद उत्तर कोरिया ने अब कहा है कि हम नहीं चाहते कि युद्ध की स्थिति में दक्षिण कोरिया में रह रहे विदेशियों को कोई नुकसान हो। उत्तर कोरिया ने सभी विदेशी नागरिकों, कंपनियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे भागने की व्यवस्था कर लें।
उत्तर कोरिया की यह चेतावनी इन कयासों के बीच आई है कि वह जल्द ही एक और मिसाइल परीक्षण कर सकता है। लगातार धमकियों के बावजूद 12 लाख की ताकत वाली उत्तर कोरियाई सेना में युद्ध की स्थिति जैसी कोई तैयारी देखने को नहीं मिल रही है। सियोल में स्थित दूतावासों ने भी अपने नागरिकों के लिए अभी तक कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए हैं। दक्षिण कोरिया पर हमले की धमकी से पहले उत्तर कोरिया ने उसके साथ स्थापित सैन्य हॉटलाइन बंद कर दी थी। वह साझा औद्योगिक क्षेत्र कीसंग भी बंद कर चुका है। इसके जवाब में अमेरिका ने एहतियातन अपने रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) के साथ दो अन्य जगहों पर मिसाइल रोधी प्रणाली तैनात कर दी है।
जापान ने टोक्यो में तैनात की पैट्रियाट मिसाइलें
टोक्यो। जापान ने उत्तर कोरियाई हमले से अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए टोक्यो में पैट्रियाट मिसाइलें तैनात की हैं। ग्रेटर टोक्यो में करीब तीन करोड़ लोग रहते हैं।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि सतह से हवा में मार करने वाली दो पैट्रियाट मिसाइलों को टोक्यो में रक्षा मंत्रालय के पास तैनात किया गया है। जबकि रक्षा मंत्री इत्सुनोरी ओनोडेरा का कहना है कि हम सचेत हैं और आगे बढ़ रहे हैं। स्थानीय मीडिया की रिपोर्टो में कहा गया है कि ग्रेटर टोक्यो के दो अन्य स्थानों पर तोपखाना इकाई तैनात की जाएगी। प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने संवाददाताओं से कहा कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया लगातार उकसाने वाला बयान दे रहा है। इस समय सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत लगाए गए प्रतिबंधों को अमल में लाया जाए। सोमवार को टेलीविजन पर प्रसारित एक कार्यक्रम में ओनोडेरा ने कहा कि पीएसी-तीन तोपखाने को ओकीनावा द्वीप में भी तैनात किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि जापान के सुरक्षा बलों को देश की ओर बढ़ने वाली उत्तर कोरियाई मिसाइलों को मार गिराने का अधिकार दिया गया है। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी सागर में विध्वंसक पोत एजीस को तैनात किया गया है। इस पर मिसाइलें मौजूद हैं।