इस्लामाबाद। गिरफ्तारी के आदेश के बाद कोर्ट परिसर से फरार होकर अपने घर पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज को पकड़ने के लिए पुलिस उनके आवाज पहुंच गई है। जानकारी के मुताबिक मुशर्रफ ने यहां पर अपने वकीलों को सलाह के लिए बुलाया है। इससे पूर्व इस्लामाबाद कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ की गिरफ्तारी के आदेश दिए। आदेश की खबर मिलते ही मुशर्रफ कोर्ट परिसर से फरार हो गए। इस्लामाबाद कोर्ट ने उनकी जमानत की अर्जी खारिज करते हुए यह आदेश दिए थे। यह आदेश पूर्व राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए जजों को निलंबित करने और उन्हें हिरासत में लिए जाने के मामले में दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक मुशर्रफ इस मामले की सुनवाई के लिए यहां पेश हुए थे। लेकिन जैसे ही उनकी जमानत की अर्जी जज ने खारिज की और उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए, मुशर्रफ तुरंत कोर्ट से निकले और अपने सिक्योरिटी गार्ड के साथ तुरंत अपनी बुलेट प्रूफ गाड़ी में सवार होकर वहां से फरार हो गए। जब तक पुलिसकर्मी मुशर्रफ पर हुए आदेश का पालन करने के लिए बाहर तक आए तब तक वह कोर्ट परिसर से फरार हो चुके थे।
इस मामले में मुशर्रफ की पेशी के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था काफी पुख्ता की गई थी। पिछले सप्ताह इस मामले में उन्हें इस्लामाबाद कोर्ट ने छह दिन की जमानत देते हुए राहत दी थी। लेकिन कोर्ट ने इसके बाद उन्हें सरेंडर करने के आदेश भी दिए थे। पूर्व राष्ट्रपति इस मामले में कोर्ट से पहले ही भगोड़ा करार दिए जा चुके हैं। वर्ष 2009 में यह मामला एडवोकेट चौधरी मोहम्मद असलम घुमान ने दर्ज कराया था।
असलम ने दर्ज की गई एफआईआर में मुशर्रफ द्वारा लगाई गए आपातकाल और इस दौरान सभी जजों को हटाए जाने और उनको हिरासत में लिए जाने के खिलाफ यह मामला दर्ज कराया है।