मुशर्रफ की पार्टी करेगी चुनाव का बहिष्कार

musraffइस्लामाबाद। सत्ता में रहने के दौरान अपने फैसलों को लेकर कई कानूनी मामलों का सामना कर रहे पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ की पार्टी ने कहा है कि वह 11 मई को होने वाले आम चुनाव का बहिष्कार करेगी। यह कदम पेशावर हाई कोर्ट के उस फैसले के बाद उठाया गया है, जिसके तहत मुशर्रफ पर आजीवन चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

मुशर्रफ को 2007 में आपातकाल लगाने, बेनजीर भुट्टो हत्याकांड व 2006 में बलूच नेता अकबर बुगती की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है। मुशर्रफ की पार्टी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) के प्रवक्ता मुहम्मद अमजद ने यहां पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी चुनाव का बहिष्कार करेगी।

उन्होंने कहा कि मुशर्रफ का नामांकन खारिज होने के बाद पार्टी ने यह फैसला लिया है। मुशर्रफ अपने खिलाफ सभी मामलों का सामना करेंगे। वह आरोपों से डरकर भागेंगे नहीं। अमजद ने बताया कि एपीएमएल की ओर से चुनाव लड़ रहे सभी 170 उम्मीदवारों ने अपना नामाकंन वापस ले लिया है। एपीएमएल के नेताओं ने कहा कि उनका मानना है कि मौजूदा चुनाव आयोग के तहत स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है।

चार साल तक स्वनिर्वासन में रहने के बाद मुशर्रफ गत मार्च में पाकिस्तान लौटे थे। गत मंगलवार को पेशावर हाई कोर्ट ने उनके चुनाव लड़ने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। यह प्रतिबंध राष्ट्रपति रहने के दौरान दो बार संविधान निरस्त करने और आपातकाल लागू करने के लिए लगाया गया था। भुट्टो हत्याकांड मामले में उन्हें 14 मई तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। फिलहाल उन्हें उनके फार्म हाउस में रखा गया है, जिसे उपजेल घोषित किया गया है।

चुनाव के दिन मौजूद नहीं रहेंगे बिलावल

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के मुखिया बिलावल भुट्टो विदेश यात्रा पर चले गए है। वह 11 मई को आम चुनाव के दिन देश में मौजूद नहीं रहेंगे। एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।

डॉन अखबार ने पीपीपी के सूत्रों के हवाले से कहा कि जान को खतरे की वजह से 24 वर्षीय बिलावल आम चुनाव से पहले कोई रैली या बैठक नहीं करेंगे। वह इस हफ्ते की शुरुआत में ही विदेश चले गए थे। उनके आम चुनाव से पहले लौटने की संभावना नहीं है।

वरिष्ठ पीपीपी नेता ताज हैदर ने कहा कि बिलावर की जान के खतरे को देखते हुए पार्टी ने उन्हें आम चुनाव में प्रचार न करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि हम बेनजीर भुट्टो को पहले ही खो चुके हैं। अब बिलावल को लेकर जोखिम नहीं उठा सकते।

गौरतलब है कि दिसंबर, 2007 में आम चुनाव से कुछ दिन पहले पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की एक रैली के दौरान हत्या कर दी गई थी।

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