कुआलालंपुर। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मलेशिया में सत्तारूढ़ बरीसन गठबंधन की जीत में भारतीय समुदाय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यूनिवर्सिटी सेंस में एसोसिएट प्रोफेसर सिवामुरुगम पंडीयान ने कहा कि बरीसन कई इलाकों में जीते नहीं होते अगर भारतीय समुदाय के लोगों ने गठबंधन के पक्ष में मतदान नहीं किया होता। गठबंधन में मलेशियन इंडियन कांग्रेस भी शामिल हैं, जो देश की सबसे बड़ी भारतीय समुदाय वाली राजनीतिक पार्टी है। गत पांच मई को मलेशिया में हुए चुनाव में बरीसन राष्ट्रीय गठबंधन को संसद की 222 सीटों में से 133 पर जीत हासिल हुई है, जो पिछली बार की तुलना में दो कम है। बरीसन गठबंधन पिछले 57 वर्षो से मलेशिया की सत्ता पर काबिज है।
पंडीयान ने कहा कि प्रधानमंत्री नजीब तुन रज्जाक के प्रयासों के चलते ही अल्पसंख्यक समुदाय ने बरीसन का समर्थन किया। अनवर इब्राहीम के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन को चीनी समुदाय के समर्थन के बावजूद बरीसन गठबंधन जीत गया। मलेशिया की कुल आबादी दो करोड़ 90 लाख है जिसमें 60 प्रतिशत आबादी मुसलमानों की, 25 प्रतिशत चीनियों की [जिनमें ज्यादातर ईसाई और बौद्ध हैं] जबकि आठ प्रतिशत भारतीय समुदाय की है जिसमें ज्यादातर हिंदू हैं।
भारतीय समुदाय ने पिछले आम चुनाव में विपक्षी गठबंधन का समर्थन किया था जिसके कारण बरीसन ने अपना तीन चौथाई बहुमत खो दिया था। इस बार सत्तारूढ़ गठबंधन मामूली अंतर से जीता है।