नशेड़ी माता-पिता के बच्चे होते हैं अवसाद के शिकार

children-with-addicted-parents-more-likely-to-be-depressed-in-adulthood-टोरंटो। हालिया शोध के नतीजे बताते हैं कि ड्रग्स और शराब के नशे में चूर रहने वाले अभिभावकों के बच्चों के युवावस्था में अवसाद से घिर जाने की आशंका ज्यादा रहती है।

यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो के शोधकर्ताओं ने अभिभावकों की नशे की लत और युवाओं में अवसाद के बीच संबंधों का विश्लेषण किया। शोध के तहत वर्ष 2005 में कनेडियन कम्यूनिटी हेल्थ सर्वे के दौरान 6268 युवाओं पर किए गए अध्ययन के आंकड़ों को आधार बनाया गया। इनमें से 312 युवाओं में शोध की अवधि के दौरान अवसाद के गंभीर लक्षण देखे गए। 877 युवाओं ने बताया कि उनके मां-बाप में से किसी एक को नशे की लत थी, जिससे परिवार के अन्य लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

शोध के नतीजे बताते हैं कि जिन बच्चों के माता पिता नशीले पदार्थो व शराब का लगातार सेवन करते हैं उनमें अन्य बच्चों की तुलना में अवसाद पनपने की आशंका ज्यादा होती है। प्रमुख शोधकर्ता फुलर थॉमसन ने कहा, शोध के दौरान बचपन में हुए दुराचार, अभिभावकों के बेरोजगार होने के साथ साथ अभिभावकों के नशे की आदत के बच्चों पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन किया गया। हमने पाया कि अभिभावकों में नशे की लत का युवाओं के अवसाद की समस्या से 69 प्रतिशत का संबंध है। यह शोध जर्नल ऑफ साइकेट्री रिसर्च में प्रकाशित हुआ है।

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