लाहौर। भारतीय कैदी सरबजीत सिंह का मुकदमा लड़ने वाले पाकिस्तानी वकील ओवैस शेख ने परिवार के साथ स्वीडन में शरण ले ली है। इस साल मई में सरबजीत की हत्या के बाद से ही शेख को जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। मई में ही शेख और उनके बेटे का अपहरण कर किया गया था, जिसके बाद से वह पाकिस्तान छोड़ने का प्रयास कर रहे थे। शेख के साथी वकील मुहम्मद अली के मुताबिक, ‘उन्होंने (शेख) अपने परिवार के साथ स्वीडन में शरण ले ली है। उन्हें जान से मारने की लगातार धमकियां मिल रही थीं। अपहरण के बाद से ही वह विदेश में शरण लेने का प्रयास कर रहे थे।’ अली ने बताया कि शेख और उनके परिवार को स्वीडन ने अपने यहां स्थायी तौर पर शरण दे दी है। साथ ही, उन्हें सुरक्षा भी मुहैया कराई गई है। सरबजीत का केस न लड़ने के लिए शेख पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था। 16 मई को लाहौर के पास शेख और उनके बड़े बेटे का कुछ लोगों ने अपरहरण कर लिया था और बाद में दोनों को छोड़ दिया गया। गौरलतब है कि मई में लाहौर की कोट लखपत जेल में साथी कैदियों के हमले में सरबजीत सिंह की मौत हो गई थी।
