अलकायदा को हल्के में न लेता तो 9/11 से बच जाता अमेरिका

9 11वाशिंगटन। अगर अमेरिका ने अलकायदा द्वारा एक विमान को अगवा करने के संबंध में जारी चेतावनी को हल्के में नहीं लिया होता तो व‌र्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुआ आतंकी हमला [9/11] रुक सकता था। अमेरिकी इतिहास के इस सबसे बड़े हमले के 13 साल बाद जारी की गई गोपनीय रिपोर्ट के हवाले से एक न्यायिक अधिकार संस्था ने यह बात कही है।

रक्षा खुफिया एजेंसी [डीआइए] की रक्षा सूचना रिपोर्ट [आइआइआर] के मुताबिक प्रशासन को एक अज्ञात सूत्र के माध्यम से अलकायदा की साजिश की जानकारी मिली थी, जिसने अरबी भाषा में लिखे आठ पत्रों की प्रतियां मुहैया कराई थी। इनमें अलकायदा की साजिश का पूरा विवरण था। लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। अब तक इस रिपोर्ट को ‘अति गोपनीय’ की श्रेणी में रखा गया था। गत 29 अगस्त, 2013 को न्यायिक अधिकार संस्था को जारी किए जाने के बाद इसे मीडिया के जरिये सार्वजनिक किया गया।

आइआइआर की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘अलकायदा मार्च-अगस्त 2000 के बीच फ्रैंकफर्ट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाली किसी फ्लाइट को अगवा करने को योजना बना रहा था। लेकिन इस चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया गया क्योंकि किसी को भी इस बात पर यकीन नहीं था कि अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन या तालिबान इस तरह के किसी षडयंत्र को अंजाम दे सकते हैं।’ रिपोर्ट के मुताबिक, अलकायदा, तालिबान और चेचन आतंकियों के हमबर्ग और फ्रैंकफर्ट में मजबूत आतंकी अड्डे भी थे। नाम, पते और टेलीफोन नंबर से एक अलकायदा पासपोर्ट का पता चला था, जो हैमबर्ग में फर्जी तरीके से जनवरी-फरवरी 2002 के बीच तालिबान और अफगान आतंकियों के लिए बनवाया गया था। रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान से ईरान होते हुए चेचन्या तक जाने का एक प्रायोजित मार्ग भी था। इसके कुछ ही महीनों बाद अलकायदा ने अमेरिका के चार विमानों को अगवा किया। एक को पेंटागन की इमारत से टकरा दिया गया था, जबकि दो विमान न्यूयॉर्क स्थित ट्विन टावर से टकराए और चौथा पेंसिलवेनिया के मैदान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। चौथे विमान को अमेरिका राष्ट्रपति भवन ह्वाइट हाउस को निशाना बनाने के लिए तैयार किया गया था, लेकिन अपहरणकर्ताओं और यात्रियों के बीच संघर्ष के कारण यह रास्ते में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

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