सरकार के साथ शांति वार्ता नहीं हो सकती : तालिबान

taliban-beheads-two-boys-in-southern-afghanistanलाहौर। पाकिस्तान सरकार के साथ शांति वार्ता से इन्कार करते हुए तालिबान ने कहा कि हकीमुल्ला महसूद के अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद शांति वार्ता की संभावना शून्य से भी कम हो गई है।

तहरीके तालिबान पाकिस्तान के शीर्ष नेता एहसानुल्ला एहसान ने न्यूज वीक पाकिस्तान को दिए गए साक्षात्कार में कहा,’ पिछले सप्ताह महसूद की हत्या से पख्तून संस्कृति का उल्लंघन हुआ है। इस घटना के बाद सरकार के साथ किसी तरह की कोई शांति वार्ता नहीं हो सकती। वार्ता की संभावना शून्य से भी कम हो गई है।’ उन्होंने कहा, आप किसी को शांति वार्ता में शामिल करने के बाद उसके घर में हमलाकर उसके पिता की हत्या नहीं कर सकते। महसूद हमारे नेता थे। हम गुस्से में हैं और बहुत जल्द सब इस गुस्से को महसूस करेंगे। एहसान ने दावा किया कि शांति वार्ता की चाल तालिबान नेताओं को एक-एक कर मारने के लिए चली जा रही है।

हकीमुल्ला को शहीद कहना कुरान के खिलाफ

लाहौर। कुछ कंट्टरपंथी नेताओं द्वारा तालिबान प्रमुख हकीमुल्ला महसूद को शहीद कहे जाने पर एक प्रभावशाली सुन्नी मुस्लिम समूह ने फतवा जारी करते हुए इसे कुरान के खिलाफ बताया है। बरेलवी स्कूल ऑफ थॉट की बीस से अधिक पार्टियों के एक समूह द सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल ने बयान जारी करते हुए कहा है कि महसूद हजारों निर्दोष लोगों की हत्या में शामिल था। महज इसलिए कि वह अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया है, उसे उसके अपराधों के लिए माफ नहीं किया जा सकता। लेकिन ड्रोन हमले हर हाल में बंद होने चाहिए।

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