आम आदमी गंगा मे थूके तो जुर्माना और उद्योगपति अपनी फेक्टरी से लाखों टन कूड़ा डाले उसका कुछ नहीं? प्रधानमंत्री जी कौन सलाह दे रहा है आपको? अरे साहेब, हम तो गंगा को मां और उसके जल को अमृत मानते आए हैं. हम तो यूँ ही मान जाएंगे. इसके लिए आपको पुलिस तैनात करने और सीसीटीवी लगाने की कोई जरूरत नहीं है. बस थोड़ी जागरूकता की कमी जरूर है हमारे अंदर लेकिन जनाब ये तो बताएं कि उद्योगपतियों के गलत कार्यो पर कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे हैं आप? आपको जनता ने वहां पहुंचाया है या उद्योगपतियों ने?
सोशल एक्टिविस्ट स्वप्निल कुमार के फेसबुक वॉल से.