टीवी संपादकों से पीएम ने की गुप्त मुलाकात

modiबीते पांच दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न्यूज चैनल के संपादकों के साथ एक गुप्त मुलाकात करने की खबर है। संपादकों और प्रधानमंत्री के बीच यह मुलाकात करीब पौने दो घण्टे चली। हालांकि आश्चर्यजनक रूप से इस मुलाकात के बारे में न तो प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से कोई सूचना दी गई है और न ही मुलाकात करनेवाले संपादकों की तरफ से सोशल मीडिया पर कुछ कहा गया है। जाहिर है, यह अनौपचारिक मुलाकात ही रही होगी लेकिन जिस तरह से उस मुलाकात पर पीएमओ और संपादकों ने चुप्पी साध ली है उससे यह मुलाकात रहस्यमय हो गयी है।

कुछ समय पहले जब प्रधानमंत्री पर यह आरोप लगने लगा कि चुनाव जीतने के बाद और प्रधानमंत्री बन जाने के बाद मोदी ने पत्रकारों से मेल मुलाकात बंद कर दिया है तो अचानक भारतीय जनता पार्टी द्वारा पार्टी कार्यालय में आयोजित दिवाली मिलन कार्यक्रम में पहुंचकर मोदी ने पत्रकारों से मेल मुलाकात भी की और जमकर सेल्फी भी खिंचवाई। इस मुलाकात के बाद अब संपादकों के साथ पीएम मोदी की “गुप्त” मुलाकात की खबरें निश्चित रूप से चौंकानेवाली हैं।

बताया जा रहा है कि पीएम मोदी के साथ इस बैठक में संभवतः 12 संपादक ही बुलाए गए थे। निमंत्रण सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से भेजा गया था। एबीपी न्यूज से शाजी जमां, आज तक से सुप्रिय प्रसाद, इंडिया टीवी से अजीत अंजुम, नेटवर्क 18 केे उमेश उपाध्याय, जी न्यूज से सुधीर चौधरी, इंडिया न्यूज से दीपक चौरसिया, सीएनबीसी आवाज से संजय पुगलिया, सीएनबीसी टीवी 18 से शीरीन भान, आईबीएन7 से सुमित अवस्थी थे। अंग्रेजी चैनलों में टाइम्स नाउ से अर्णब गोस्वामी , न्यूजएक्स से राहुल शिवशंकर, और टीवीटुडे से राहुल कंवल भी थे। ऐसा लगता है कि इससे न्यूज नेशन, न्यूज 24, एनडीटीवी, फोकस टीवी, न्यूज एक्सप्रेस, सहारा समय, जैन टीवी…… आदि को आमंत्रित नहीं किया गया था।

देखना है प्रधानमंत्री केवल संपादकों और पत्रकारों के नाम पर कुछ विशेष नामों तक ही अपनी मुलाकात, अपना संपर्क, संवाद बनाए रखना चाहते हैं या फिर काम करने वाले, लगातार सक्रिय और जनता के बीच साख रखने वालों की ओर भी मुखातिब होते हैं। शायद मोदी संपादकों से सीधा संपर्क संवाद बनाये रखना चाहते हों, इसलिए उन्होंने चुनिंदा संपादकों के साथ यह गुप्त बैठक की है। इसका क्या असर होगा यह देखना होगा।
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