बतरस

आज प्रातः कालीन वन्दना ने RSS की शखायों में ‘ सर्वे भवन्तु सुखिनः’ के स्थान पर’ सर्वे भवन्तु दुखिन:’ का जाप हो रहा था। अर्थ बुझने पर बताया टीवी के सर्वे हमे दुखी कर रहे हैं।
अब समझ में आया की मोदी जी 3 या 4 घंटे ही क्यों सो पाते हैं, कारण दिल्ली के चुनावो ने उनकी नींद उड़ा रखी है। देखो 10 तारीख के बाद इस सर्वे भवन्तु” का क्या हश्र होगा फिलहाल तो संस्कृत हमे भी समझ नही आ रही है।
रास बिहारी गौड़
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