राजेश टंडनबहु प्रतिक्षित पुलिस अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट कल आ गई, ये बहुत जल्दबाजी औऱ आपाधापी में निकाली गई लिस्ट है ,इसमें कल जो वातावरण मुख्यमंत्री जी के खिलाफ बना था उसको कवर करने के लिये औऱ उनके आत्मविश्वास जताने के लिये आनंद फानंद में लिस्ट निकली है ये तो जैसे गर्भपात हो गया हो।इसमें क्ई जिलों को जैसे सिरोही ,दौसा ,झन्झनू ,पाली जैसलमेर,जयपुर देहात वगैरह ,को तो छेडा ही नहीं गया,जाति विशेष का तुष्टीकरण बरकरार है।जंगा से पंगा नहीं लिया गया है जबकि कटारिया जी ने सप्षट रुप से कमीश्नरेट को अपग्रेड करने की ना कर चुके थे पंजाब वालो का भी लिहाज रखा गया है।सीनियरटी का भी थोड़ा बहुत ख्याल उच्च स्तर पर रखा गया है। कुल मिला कर इस लिस्ट में PHQ की चली है, CMO ने संकट की घडी में राजीनामा सा कर लिया औऱ राय बहादुरों को पद स्थापित करने में ही रूची रखी है क्योंकि अभी एक लिस्ट आजकल में औऱ आनी है उसमें कसर निकाल लेगें कल CMOकी प्राथमिकतायें बदली हुई थी इसलिये भी थोडा फ्री हैंड दिया गया मजबूरी में।राजस्थान पुलिस के लिये शुभ संकेत है की ट्रांसफर लिस्ट DG के हिसाब से निकले क्योंकि काम तो अफसरों से DG को ही लेना है ,कुल मिला कर लिस्ट देर से आये दुरस्त आये की तर्ज पर ठीक है राजेश टंडन वकील अजमेर।