अपराधियों को तो पुलिस से डरते बहुत देखा है,पर पुलिस को पुलिस से डरते जीवन में पहली बार देख रहा हूँ,जबसे स्मार्ट सिटी में राजस्थान के सबसे स्मार्ट SP विकास कुमार का ट्रांसफर हुआ है तब से ऐसा लग रहा है जैसे अजमेर पुलिस तो लकवा ग्रस्त हो गई।क्ई तीरन्दाज पुलिसकर्मी तो ट्रांसफर की जुगाड़ में लग गये जो एक आध महारथी जुगाड़ टेक्नोलॉजी से अजमेर आये थे वो रातों रात वापस भाग गए।इस गमजदा माहौल में जब मैंनें SP विकास कुमार के बारे में मालूमात की तो पता चला कि वह बेहद ही ईमानदार औऱ मेहनती किस्म के अधिकारी हैं उनकी ईमानदारी की कसम खाई जा सकती है जो अजमेर पुलिस के वर्तमान मिजाज को सूट नहीं कर रहा है,पर यह भी पता चला उनको ईमानदारी का अजीर्ण भी नहीं है जातिवाद से कोसों दूर ।औऱ पुलिस द्वारा पैसे खाये जाने की शिकायतों पर कभी तब्बजौ नहीं देते वो बस वो काम पर ही ध्यान देते है उनके डर से कोई पैसे नहीं खाता ,परीवादी की सुनवाई इतनी आत्मीयता से करते औऱ खुद समझने की कौशिश करते है और नहीं समझ आये तो I/Oऔऱ परीवादी का आमना सामना करवाते है औऱ नतीजा नहीं देने पर दो दिन में सस्पेंड।राजनीतिक लोगों से परहेज रखते है उनको जलील करने का कोई अवसर हाथ से जाने नहीं देते उतना ही मिडिया से प्यार उनकी खबर रोजाना अखबार में होनी चाहिये मीडिया के माध्यम से पुलिसिगं कर लेते है औऱ मीडिया को क्ई बार पता ही नहीं चलता है।सुबह में Office में कर जो बैठते है फिर रात में 12 बजे तक काम औऱ सिर्फ काम रात में 3 बजे तक वायर लैस सेट पर उपलब्ध, फिर सुबह 8 बजे से टाइगर ओन लाइन चालू ऐसी मोटा मोटी बातों की जानकारी मुझे उनके बारे में हुई जो मैने उनकी L P C अपने साधनों से मगंवाई से हुई।
राजेश टंडन अजमेर।
