वार्ड 23 : उलझे हुए हैं समीकरण

Nagar Nigam election 2015बात वार्ड 23 के चुनावी समीकरण और हालातो की । यहाँ पर मुकाबला यदि कांग्रेस भाजपा में होता तो भाजपा का जितना निश्चित था लेकिन कांग्रेस के इसी वार्ड के पूर्व पार्षद ललित गुजर कांग्रेस का टिकेट ना मिलने की वजह से कांग्रेस प्रत्याशी की रह का जबर्दस्त रोड़ा बन गये है ।
ललित गुर्जर का पिछ्ला कार्यकाल को देखते हुए लोगो में नाराजगी सी तो है लेकिन स्वजातीय तथा चन्द्र वरदाई के कुछ वोट के दम पर वे कांग्रेस प्रत्याशी के लिए परेशानी का सबब बन रहे है ।
भाजपा प्रत्याशी सम्पत सांखला जो खुद इस वार्ड से चुनाव नही लड़ना चाहते थे लेकिन देवनानी बनाम अनीता भदेल के बीच वर्चस्व की लड़ाई में अनीता भदेल ने इस वार्ड के भाजपा भानु प्रताप जैसे कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज करते हुए सांखला को उतार दिया । भाजपा का परम्परागत वोट तो भाजपा को ही मिलेगा लेकिन भाजपा के वोट को चोट पहुंचा रहे है अखिल भारत हिन्दू महासभा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी धर्मेन्द्र सिंह चौहान और भाजपा टिकेट ना मिलने से खिन्न निर्दलीय प्रताप सिंह ।
धर्मेन्द्र सिंह चौहान की यदि बात की जाए तो मात्र एक ये ही प्रत्याशी ऐसे है जो ” किसी पार्टी से टिकेट नही मिलने से खिन्न होकर चुनाव मैदान में नही उतरे” आम वार्ड वासी के लिए इनके द्वारा की गयी अपील पर यदि ध्यान दे तो लगता है ये भी उसी समस्याओ से पीड़ित है जिनसे एक आम आदमी । चौहान कहाँ से कितने वोट कैसे लेंगे ये कहना मुश्किल है क्योकि इन्होने अपने विश्वसनीय कार्यकर्ताओं को सीधे आम जनता से संवाद और उनकी समस्याओं की जानकारी जमा करने के लिए मैदान में छोड़ रखा है ।
पिछले नगर निगम के चुनाव में निर्दलीय खड़े होकर 140 के लगभग वोट लेने वाले प्रताप सिंह भाटी इस चुनाव में पिछले 140 वोटो से कितने आगे निकल पाते है ये तो वक्त के गर्त में छिपा है लेकिन प्रताप सिंह को दिया गया वोट भाजपा और कांग्रेस को नुक्सान देकर ललित गुजर को लाभ देगा ।
पंडित दीक्षित
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