झूंठ की रानी श्रीमती ईरानी ?

smriti iraniसत्यमेव जयते ! क्या झूंठ को सच साबित करने के लिए “सत्यमेव जयते” का सहारा लेना उचित होगा किसी प्रधान मंत्री के लिए ? अपने मंत्री को उत्साहित करने के लिए और भी शब्द हो सकते थे ? क्योंकि शिक्षा मंत्री सदन में रोहित वेमुला की आत्महत्या के सन्दर्भ में सत्य नहीं बोला उन्होंने कहा की “बच्चे को मेडिकल सहायता नहीं पहुँचाई , डॉक्टर को रोहित के पास तक नहीं पहुँचने दिया गया ” जबकि यूनिवर्सटी की मेडिकल ऑफिसर , डॉक्टर ने अपने साक्षात्कार में कहा है की मैंने सांयकाल ही जाकर देखा था रोहित वेमुला को मृत्यु प्रमाण पत्र भी दिया था ”
sohanpal singh

error: Content is protected !!