अजमेर के सांसद व केन्द्रीय कंपनी मामलात मंत्री सचिन पायलट ने शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रलावता से इस्तीफा मांग लिया है। अपने पीए विकास के जरिए पायलट ने निर्देश देते हुए कहा है कि उन्होंने जैसा दमखम समझ कर रलावता को शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनाया था, वैसा कुछ नजर नहीं आया। पायलट साहब की चमक के बाद भी रलावता पूरे शहर के कांग्रेसियों को एकजुट करने में सफल नहीं हो पाए। शहर के दिग्गज कांगे्रसी यथा डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, जसराज जयपाल इत्यादि आज भी अलग हैं और वे रलावता को अध्यक्ष मानने को ही राजी नहीं है। हालत ये हो गई कि रलावता के नेतृत्व वाली कांग्रेस मात्र रलावता कांग्रेस बन कर रह गई है। इसका परिणाम ये निकला कि पिछले दिनों जब कांग्रेस के पर्यवेक्षक जब फीडबैक लेने आए तो अधिसंख्य कांग्रेसियों ने शहर कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर अनेक सवाल खड़े कर दिए। जाहिर सी बात है कि ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव में सचिन को बड़ी भारी परेशानी होगी। इसी को देखते हुए उन्होंने रलावता को तुरंत प्रभाव से इस्तीफा देने को कहा है ताकि किसी ऐसे नेता को अध्यक्ष बनाया जा सके तो सभी कांग्रेसियों को साथ ले कर चल सके।
पायलट के निर्देश पर हालांकि रलावता पद छोडऩे को एकाएक तैयार नहीं है और अपने आका दिग्गी राजा से सिफारिश करवा रहे हैं, मगर समझा जाता है कि पायलट मानने को कत्तई राजी नहीं है। अप्रैल फूल
