पाकिस्तान में भारतीय नागरिक सरबजीत की हुई हत्या के विरोध और पाक जायरीन को जियारत की अनुमति न देने की मांग के सिलसिले में राष्ट्र रक्षा संकल्प समिति की ओर से चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान में भाजपा के जिम्मेदार नेता तो खुल कर भाग ले रहे हैं, मगर इस मुद्दे पर खुद भाजपा संगठन अग्रणी भूमिका नहीं निभा रहा, इसको लेकर लोगों के बीच खूब कानाफूसी हो रही है।
आपको याद होगा कि पाकिस्तानी जायरीन को अनुमति न देने का मुद्दा सबसे पहले कुछ संगठनों व भाजपा विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने अपने स्तर पर उठाया था, मगर उसका कोई असर नहीं हुआ। इस पर बाद में इसे अभियान की शक्ल दी राष्ट्र रक्षा संकल्प समिति ने। मजे की बात ये है कि इसमें भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरण माहेश्वरी, प्रदेश मंत्री एवं विधायक अनिता भदेल और भाजयुमो नेता व पार्षद नीरज जैन आदि ने भी भाग लिया। अभियान को कितना जनसमर्थन मिल रहा है, इसका अंदाजा इसी बात ये लगाया जा सकता है कि मा.शि.बोर्ड कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मोहन सिंह रावत व महामंत्री रणजीत सिंह समेत अन्य कर्मचारियों, राजस्थान सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष बलराम शर्मा, माहेश्वरी प्रगति संगठन के अध्यक्ष अजय ईनाणी और यहां तक कि स्कलों के छात्र-छात्राओं ने भी हिस्सा लिया और तकरीबन पचास हजार से भी ज्यादा लोगों के हस्ताक्षर हो चुके हैं। इससे भी बड़ी बात ये है कि कई मुस्लिमों व खादिमों ने भी इसे समर्थन दिया है। मगर आज तक भाजपा ने संगठन के तौर पर इस मुद्दे पर कोई सक्रिय भूमिका अदा नहीं की है। प्रमुख विपक्षी दल भाजपा की संगठन के स्तर पर यह चुप्पी सवाल तो खड़े करती ही है। ऐसा प्रतीत होता है कि शहर भाजपा अध्यक्ष प्रो. रासासिंह रावत चुक से गए हैं या फिर वे फिलहाल केवल सुराज संकल्प यात्रा में ही अपनी एनर्जी खर्च करना चाहते हैं, क्योंकि उसी में किया गया काम विधानसभा चुनाव में काम आएगा। सच जो कुछ भी हो, मगर उनकी निष्क्रियता पर कानाफूसियां तो होनी ही हैं।
2 thoughts on “भाजपा क्यों नहीं उठा रही पाक जायरीन का मुद्दा”
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Kisi bhi jayrin ko ibadat se rokne se kon si samsya hal hojayegi. Samsya hal karne ke aur bhi tarike hai.
Bahut acchi baat kahi aapne Goel sb. 100% Right.