रायपुर : राजनीति में चापलूसी कोई नई बात नहीं है. खासतौर से कांग्रेस में तो इसकी परंपरा रही है, लेकिन इस बार एक नया रिकॉर्ड बना है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नये अध्यक्ष चापलूसी के मामले में देश के सभी नेताओं को पीछे छोड़ने का प्रयास किया है। दरअसल, आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए चरण दास महंत को कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी है। वैसे तो कांग्रेस में पद ग्रहण करने के बाद हर कोई सोनिया गांधी का बखान करता है, लेकिन महंत ने सभी को पीछे छोड़ दिया और खुलेआम ऐलान कर दिया कि अगर सोनिया गांधी कहें तो मैं उनके लिए फर्श पर झाड़ू-पोंछा भी लगा दूंगा।
केंद्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष चरणदास महंत के इस बयान पर प्रदेश में सियासी पारा गर्मा चुका है..भाजपा ने महंत के इस बयान को ओछी राजनीति करार देते हुए छत्तीसगढ़ का अपमान बतलाया है…भाजपा ने डॉ.महंत से प्रदेश की जनता से माफी मांगने को कहा है..माफी मांगे जाने को लेकर डॉ महंत से किए गए सवाल पर चरणदास महंत ने कहा कि उनके बयान को गलते अर्थां में लिया गया है..भाजपा ऐसी पार्टी है..जो बुजुर्गों का सम्मान नहीं करती..उन्हें शर्म से डूब मरना चाहिए..महंत से एक प्रसंग का जिक्र करते हुए पूछा गया कि जब इंदिरा गांधी के सत्ता में रहते हुए ज्ञानि जेल सिंह ने भी कहा था कि अगर इंदिरा जी कहेंगी तो वे झाड़ू लगा सकतें है..क्या आप उसी राह पर चल पड़े हैं..इस पर डॉ.चरणदास महंत ने अपनी नाराजगी जाहिर की..और उन्होंने मीडिया को ही नसीहत देनी शुरू कर दी..
कांग्रेस नव-निर्वाचित कार्यकारी अध्यक्ष के ब्यान से सता में बैठे भाजपा को कांग्रेस पर तीर कसने का मोका मिल गया है..राज्य में मोजूद सताधारी पार्टी ने इसे राजशाही करार दे रही हैं..केंद्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष चरणदास महंत के बयान के बाद राज्य के सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी ने इसे चाटुकारिका की हद बताया है। वहीं महंत ने अपना बचाव किया है। महंत ने कहा था कि वह पार्टी आलाकमान के कहने पर प्रदेश कांग्रेस कमिटी में झाड़ू भी लगा सकते हैं। महंत के इस बयान के बाद यहां के सत्ताधारी दल बीजेपी ने इसे चाटुकारिता की हद कहा है। भाजपा के मुताबिक ‘महंत के इस बयान से लग रहा है कि वह प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद को चतुर्थ श्रेणी का पद समझते हैं। इसलिए वह ऐसा बयान दे रहे हैं। महंत ने चापलूसी की सारी सीमाओं को पार कर दिया है। छत्तीसगढ़ की जनता ऐसे चापलूसों को स्वीकार नहीं करेगी।और ऐसी चापलूसी पर उन्हें प्रदेश की जनता से माफी मांगना चाहिए..
माफी मांगे जाने को लेकर डॉ महंत से किए गए सवाल पर चरणदास महंत ने कहा कि उनके बयान को गलते अर्थां में लिया गया है..भाजपा ऐसी पार्टी है..जो बुजुर्गों का सम्मान नहीं करती..उन्हें शर्म से डूब मरना चाहिए..महंत से एक प्रसंग का जिक्र करते हुए पूछा गया कि जब इंदिरा गांधी के सत्ता में रहते हुए ज्ञानि जेल सिंह ने भी कहा था कि अगर इंदिरा जी कहेंगी तो वे झाड़ू लगा सकतें है..क्या आप उसी राह पर चल पड़े हैं..इस पर डॉ.चरणदास महंत गुस्सा हो गए..और उन्होंने मीडिया को ही नसीहत देनी शुरू कर दी..
कांग्रेस पार्टी का तर्क है कि महंत का बयान उनके पार्टी के प्रति समर्पण को दर्शाता है और यह उनका बड़प्पन है कि है कि केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद वह स्वयं को एक आम कार्यकर्ता समझते हैं।जिक्रे खास है कि इंदिरा गांधी के सत्ता में रहते हुए ज्ञानि जेल सिंह ने भी कहा था कि अगर इंदिरा जी कहेंगी तो वे झाड़ू लगा सकतें है। इसी तरह से राजीव गांधी के समय में भी कई कांग्रेसी नेता इसी तरह से इस परिवार का आभार व्यक्त कर चुके हैं। ऐसे में क्या महंत इसी परिपाटी को चला रहे हैं…जिससे उन्होंने ऐसा बयान दे डाला..लिहाजा इस बयान को लेकर सियासी पारा में उबाल है.और सभी इस बयान के अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं..राजनीतिज्ञ विशेषज्ञों का कहना है कि राजनीति में चापलूसी कोई नई बात नहीं है..खासतौर से कांग्रेस में तो इसकी परंपरा रही है.
दरअसल, आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए चरण दास महंत को कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ के कार्यकारी अध्यक्ष की कमान सौंपी है। वैसे तो कांग्रेस में पद ग्रहण करने के बाद हर कोई सोनिया गांधी का बखान करता है, लेकिन महंत ने सभी को पीछे छोड़ दिया और खुलेआम ऐलान कर दिया कि अगर सोनिया गांधी कहें तो मैं कांग्रेस कमेटी में झाड़ू भी लगा सकता हूँ..वहीं कुछ का मानना है कि डॉ.महंत ने ऐसा कहकर पार्टी में मौजूद अपने प्रतिद्वंदियों को मैसेज दिया है..बहरहाल इस बयान के कई मायने हैं..जिसे लेकर अब मीडिया को भी नसीहत मिल गई है..http://bhadas4media.com
आरके गांधी की रिपोर्ट.