लोधी राजपूत महापंचायत जिला आगरा के तत्वाधान मैं दिन बुधवार को अमरपुरा ग्राम के देवी का मंदिर प्रांगण मैं स्वामी ब्रह्मानंद जी की 118वी जयंती और वृद्धजन समाजसेवी स्वागत सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे लोधी समाज के 70 वरिष्ठ समाजसेवियों को लोधी समाज मैं उनके सालों-साल उत्कृष्ठ योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिकोहाबाद के विधायक श्री ओमप्रकाश वर्मा जी ने स्वामी ब्रह्मानंद जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित एवं माल्यार्पण कर किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वामी ब्रह्मानंद का व्यक्तित्व महान था। उन्होंने समाज सुधार के लिए काफी कार्य किए। देश की स्वतंत्रता के लिए उन्होंने जहां स्वयं को समर्पित कर कई आंदोलनों में जेल काटी। आजादी के बाद देश की राजनीति में भी उनका भावी योगदान रहा है। उन्होंने सभी से उनके बताए मार्ग पर चलने का आहवान किया।
कार्यक्रम में हरिप्रसाद राजपूत एडवोकेट सरपंच ने कहा कि बिना शिक्षा के लोधी समाज का उत्थान संभव नहीं है। शिक्षा के अलावा युवाओं की राजनीति मैं सभागिदारी भी जरूरी है।
वक्ताओं ने कहा कि साथ ही साथ समाज मैं महिलाओ के स्तर को भी उठाने कि जरूरत है। कोई भी समाज या जाति तब तक सषक्त नहीं हो सकती जब तक कि उस समाज या जाति कि महिला सशक्त नहीं होगी। इसलिए वक्ताओं ने महिला सशक्तिकरण पर खास जोर दिया। इसके साथ ही लोधी समाज को सामाजिक और राजनैतिक स्तर भी मजबूत करने पर जोर दिया गया। जिससे कि लोधी समाज राजनैतिक और सामाजिक स्तर पर मजबूत हो सके। और इस मोके पर समाज मैं एकजुटता पर जोर दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि समाज के उत्त्थान के लिए जरूरी है लोधी समाज का राजनैतिक और सामजिक रूप से एकजुट होना क्योकि बिना समाज की एकजुटता के लोधी समाज की दरिद्रता खत्म नहीं होगी इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे।
तथा सभा में बोलते हुए अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्ट्री के सम्पादक-मानसिंह राजपूत एडवोकेट ने अपने उद्बोधन में दहेज प्रथा, कन्या भू्रण हत्या, गरीब और अमीर के भेदभाव जैसी कुरूतियों और रूढिवादी समस्याओं को समाज से हटाने के लिए हुंकार भरी। उन्होंने कहा कि जब तक लोधी समाज मैं कुरुतियाँ और रूढिवादी समस्याएं मोजूद रहेंगी तब तक लोधी समाज विकास कि दिशा मैं अग्रसर नहीं हो सकता और न हीं समाज का उत्थान हो सकता है।
वक्ताओं ने स्वामी ब्रह्मानंद जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी जी का व्यक्तित्व निरासक्त योगी कि तरह था। स्वामी जी ऐसे कर्मयोगी थे जिन्होंने सड़क से लेकर संसद तक गरीबों, पिछडों, मजदूरों और किसानों के लिए संघर्ष किया और स्वामी जी पहले ऐसे वक्ता थे जिन्होने गौवंश पर संसद मैं डेढ घंटे से ज्यादा समय तक भाशण दिया। स्वामी जी भ्रष्टाचार के प्रबल विरोधी थे। स्वामी जी ने सम्पूर्ण बुंदेलखंड मैं शिक्षा के लिए अलख जगाई। स्वामी जी के योगदान को शिक्षा के क्षेत्र मैं नकारा नहीं जा सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बाबा श्रीचंद ने कि और संचालन रमेशचन्द ज्वैलर्स ने किया इस मौके पर लोधी राजपूत महापंचायत के सरपंच हरिप्रसाद राजपूत एडवोकेट, भगवान् सिंह वर्मा एडवोकेट , मानसिंह राजपूत एडवोकेट, ग्राम प्रधान राजकुमार लोधी, लाल सिंह लोधी कार्यवाहक जिला पंचायत अध्यक्ष, प्रवीन राजपूत सपा नेता, निहाल सिंह भोले, चन्द्रभान सिंह लोधी, लवली लोधी, नत्थीलाल सरपंच, पूरनसिंह वरिष्ठ अधिवक्ता, मास्टर गुलाव सिंह, मिश्रीलाल राजपूत, अर्जुन सिंह लोधी ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये एवं बड़ी संख्या में लोधी समाज के गणमान्य लोग ने भोग लिया तथा समाज व जनहित में कार्य करने के लिये सभी को प्रेरित किया। अन्त में बाबा श्री चन्द ने सभी को आषीर्वाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
-मानसिंह राजपूत
