-पूनम पाण्डे- आम आदमी पार्टी के विनोद कुमार बिन्नी समेत चार विधायक बीजेपी के टच में हैं. ये आप से नाराज हैं और बीजेपी के दो नेताओं के संपर्क में हैं. हालांकि बीजेपी नेता इस बात से इनकार कर रहे हैं कि उन्होंने खुद आप विधायकों से संपर्क किया. सूत्रों के मुताबिक आप के तीन विधायक पहले से ही बीजेपी के कुछ नेताओं से व्यक्तिगत स्तर पर संपर्क में थे. आप में बगावत के बाद भी बीजेपी लोकसभा चुनाव तक शांत रहने की रणनीति पर चल रही है. लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली की सियासत में उथलपुथल होने की संभावना है. सूत्रों के मुताबिक, बिन्नी ने जब मंत्रिमंडल गठन के वक्त विरोधी सुर उठाए थे, तब से वह बीजेपी के कुछ नेताओं के संपर्क में हैं. बिन्नी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जो खुलासा करने की बात की थी, वह खुलासा भी बीजेपी नेता नितिन गडकरी कर चुके हैं. बिन्नी उस वक्त आप और कांग्रेस में एक बड़े बिजनसमैन की मदद से हुई कथित डील का ही खुलासा करने वाले थे, लेकिन उस वक्त उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट देने का वादा कर शांत कराया गया. बीजेपी सूत्रों ने बताया कि बिन्नी के अलावा वेस्ट दिल्ली से आप के दो विधायक भी बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं. वे बीजेपी नेताओं से मिलकर आप को लेकर अपनी नाराजगी का इजहार कर चुके हैं. बहुत मुमकिन है कि बिन्नी के बाद ये भी बगावती सुर अख्तियार कर लें. वे अपनी पार्टी छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन पार्टी के भीतर रहकर ही उनकी मुश्किल बढ़ा सकते हैं. इनके अलावा एक और आप विधायक बगावत कर सकते हैं. ये विधायक बिन्नी के काफी करीबी हैं.
बीजेपी के एक सीनियर नेता ने कहा कि लोकसभा चुनाव तक बीजेपी शांत रहेगी. आम आदमी पार्टी में इतनी उथलपुथल हो रही है कि किसी को बाहर से कुछ करने की जरूरत नहीं है. बीजेपी नहीं चाहती कि किसी भी तरह उस पर यह इल्जाम लगे कि वह आप के लिए दिक्कतें पैदा कर रही है, क्योंकि ऐसा होने पर लोकसभा चुनाव में इसका गलत असर पड़ सकता है. लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी, आप के खिलाफ अपनी रणनीति पर अमल कर सकती है. लोकसभा चुनाव के बाद अगर दिल्ली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया तो आप के बिन्नी समेत चार विधायक वोटिंग से नदारद रह सकते हैं.