केजरीवाल ने गलतबयानी के लिए मांगी माफी

arvind kejariwal 5नई दिल्‍ली। अपनी सरकार के 49 दिनों के कार्यकाल के दौरान दिल्‍ली में भ्रष्‍टाचार कम करने के दावे पर घिरने के बाद आम आदमी पार्टी ने माफी मांग ली है। पार्टी की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पार्टी नेता शाजिया इल्‍मी को हाल ही में एक सर्वे के बारे में पता चला, जिसके मुताबिक दिल्‍ली में भ्रष्‍टाचार कम हुआ है। यह जानकारी ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के ही एक कर्मचारी द्वारा उनके पास आई थी। इसलिए उन्‍होंने समझ लिया कि सर्वे ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने ही किया होगा। हालांकि, उन्‍होंने इस बारे में मीडिया को कोई इंटरव्यू नहीं दिया था। उन्‍होंने यह जानकारी सार्वजनिक भर की थी, जिसे ‘हिंदुस्‍तान टाइम्‍स’ ने छाप दिया। इसी रिपोर्ट के आधार पर अरविंद केजरीवाल ने भी बयान दे दिया।
पार्टी ने कहा है कि अब हमें पता चला है कि इस सर्वे से ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल का कोई लेना-देना नहीं है और इसकी जानकारी देने वाले शख्‍स ने भी ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल छोड़ दी है। इसलिए हमें इस गलती पर अफसोस है। इस विवाद से ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी हो तो हम इसके लिए संस्‍था से माफी मांगते हैं।
केजरीवाल ने सोमवार को उद्योगपतियों के संगठन सीआईआई के एक कार्यक्रम में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के हवाले से यह दावा किया था कि भ्रष्‍टाचार के खिलाफ उठाए गए उनके कदमों की वजह से दिल्‍ली में करप्‍शन कम हुआ। इससे पहले पार्टी नेता शाजिया इल्‍मी के हवाले से ‘हिंदुस्‍तान टाइम्‍स’ में खबर छपी थी कि ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद दिल्‍ली में एक सर्वे किया है, जिसके मुताबिक भ्रष्‍टाचार में कमी दर्ज की गई है। इस पर ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि उसकी ओर से ऐसा कोई सर्वे नहीं किया गया है। संस्‍था ने मीडिया से भी अपील की कि उसके बारे में कोई खबर छापने से पहले उससे पुष्टि करा ली जाए।

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