
तोगडि़या का विवादित बयान
अमरनाथ यात्रियों पर हमले का मुद्दा उठाते हुए तोगडि़या ने कहा, अगर तीर्थयात्रियों पर हमले हुए और उनकी प्रतिक्रिया में देश का हिंदू ईंट-पत्थर लेकर निकला तो इसकी जिम्मेदारी तीर्थयात्रियों पर हमला करने वालों की होगी। हिंदुस्तान के कोने-कोने से हजारों गांव से तीर्थयात्री गए हैं, उनको मार डालने का प्रयास करोगे तो जिस गांव से यात्री गए हैं, उस गांव में उनके रिश्तेदार और समर्थक हथियार लेकर सड़कों पर उतरे तो स्थिति संभालनी मुश्किल हो जाएगी। तोगडि़या ने कहा, मैं मुसलमानों को चेतावनी दे रहा हूं कि गुजरात शायद आप भूल गए होंगे, पर मुजफ्फरनगर आप नहीं भूले होंगे। हिंदुओं की सहनशीलता को कायरता मानने की दुस्साहस मत करो और मुजफ्फरनगर का हमेशा स्मरण करो।
जम्मू-कश्मीर सरकार पर बोला हमला
तोगडि़या ने जम्मू-कश्मीर सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से बच रही है। तोगड़िया ने कहा कि तीर्थयात्रियों पर हमले में शामिल लोगों को तुरंत गिरफ्तार कर उन पर फास्ट ट्रैक कोर्ट के तहत मुकदमा चलाई जाए। साथ ही उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार को अपने एक सीनियर अधिकारी को वहां की सुरक्षा स्थिति की जांच करनी चाहिए।
राजनेताओं ने बोला हमला
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू के शरद यादव ने मांग की कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। आजम खान ने टि्वटर पर कहा कि मियां तोगड़िया, न हम गुजरात भूले हैं, न मुजफ्फरनगर और न ही 1992 का बाबरी विध्वंस। वहीं, कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश को तोड़ने वालों का विरोध करती रही है।