नई दिल्ली / पूर्व विदेश मंत्री और कभी गांधी परिवार के बेहद करीबी रहे नटवर सिंह की आत्मकथा को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि वह भी किताब लिखेंगी, जिसके जरिए सच सामने आएगा। उन्होंने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, ‘मैं खुद किताब लिखूंगी और तब हर व्यक्ति सचाई जानेगा। मैं इसे (किताब लिखने को) लेकर गंभीर हूं और मैं लिखूंगी।’
नटवर सिंह ने अगले महीने रिलीज होने वाली वाली आत्मकथा ‘वन लाइफ इज़ नॉट एनफ’ में गांधी परिवार से जुड़े कई दावे किए हैं। 83 वर्षीय सिंह ने इस किताब के बारे में बातचीत करते हुए एक चैनल से बुधवार को दावा किया, ‘2004 में सोनिया गांधी ने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर नहीं, बल्कि बेटे राहुल गांधी की वजह से प्रधानमंत्री का पद ठुकराया था।’ नटवर सिंह के मुताबिक, राहुल गांधी को डर था कि अगर उनकी मां सोनिया प्रधानमंत्री बनीं तो दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की तरह उनकी भी हत्या कर दी जाएगी। इसलिए राहुल ने बेटा होने की दुहाई देते हुए सोनिया को पीएम नहीं बनने दिया था।
नटवर सिंह ने इंटरव्यू में बताया कि सोनिया को मेरी किताब को लेकर आशंका थी। सिंह ने दावा किया कि 7 मई को प्रियंका गांधी उनसे मिली थीं और उस मुलाकात के दौरान अचानक बिना बताए सोनिया गांधी भी पहुंच गई थीं। उन्होंने कहा कि प्रिंयका और सोनिया ने पीएम पद न स्वीकारने वाली बात को किताब से हटाने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने इसे मानने से इनकार कर दिया।
पूर्व विदेश मंत्री के दावों पर सोनिया गांधी ने कहा, ‘इस तरह के आरोपों से अब मुझे कोई तकलीफ नहीं होती, क्योंकि मैं अपनी सास का गोलियों से छलनी हुआ शरीर देख चुकी हूं, अपने पति का शव देख चुकी हूं। मैं इस तरह की बातों से दुखी होने से ऊपर उठ चुकी हूं।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘उन्हें (नटवर सिंह) जो कहना-करना है, वह करते रहें, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्हें अगर इन कामों से खुशी मिलती है, तो वह करते रह सकते हैं। लेकिन, मुझे इनसे कोई तकलीफ नहीं होती है। मुझे इसकी आदत पड़ चुकी है।’