मोदी की रैली में कम भीड़ से चिंतित बी.जे. पी.

12नई दिल्ली / भारतीय जनता पार्टी ने घोषणा की थी कि शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में करीब एक लाख समर्थक जुटेंगे। दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस रैली में 35 हजार लोग ही आए थे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि बीजेपी ने 75 हजार लोगों के लिए तैयारी करने को कहा था। दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने एक बयान में कहा, ‘रामलीला मैदान में सफल रैली के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं और दिल्ली के लोगों को धन्यवाद।हालांकि पार्टी से जुड़े सूत्रों का मानना है कि रैली में कम भीड़ के कारण पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व नाराज है। रैली में जुटी भीड़ से केंद्रीय नेतृत्व चिंतित है। हालांकि पार्टी ने भीड़ जुटाने की पुरजोर कोशिश की थी। पूरी दिल्ली में मोदी के बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए थे।
दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी पीएम मोदी की लोकप्रियता को एक बार फिर से आजमाना चाहती थी लेकिन निराशा हुई है। चुनावी घोषणा से पहले बीजेपी दिल्ली वालों को पीएम को सुनाना चाहती थी।
मोदी की सितंबर 2013 की दिल्ली रैली में 1 लाख 35 हजार लोग पहुंचे थे। क्या मोदी के पीएम बनने के सात महीने बाद उनकी लोकप्रियता में कमी आई है? शनिवार को रामलीला मैदान के आगे का हिस्सा मीडिया कवरेज के लिए था।
मैदान में बड़ी-बड़ी टीवी स्क्रीन भी लगी थी। इस रैली में भीड़ जुटाने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी कोशिश की थी। वह अपने समर्थकों के साथ आए थे। इसके बावजूद मैदान में कुर्सियां खाली रह गईं।
बीजेपी ने रैली की तैयारी में खर्च में कोई कमी नहीं की। पानी की बोतल पर भी मोदी की तस्वीर और चलो चलें मोदी के साथ स्लोगन लिखे हुए थे। मोदी और अमित शाह के बड़े-बड़े कट-आउट्स लगे थे। मैदान में एक भारत, श्रेष्ठ भारत गीत भी अपनी धुन के साथ बज रहा था। बीजेपी नेताओं ने बताया कि लोगों को रैली स्थल तक लाने के लिए 2,300 गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया। पिछले हफ्ते से ही एसएमएस कैंपेन भी चलाया जा रहा था। नवभारत टाइम्स से साभार

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