प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चाय बेचने का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। एक आरटीआई से इसका खुलासा हुआ है। पीएम मोदी भाषणों में अक्सर अपना शुरुआती जीवन बेहद गरीबी में बीतने और ट्रेनों में चाय बेचकर गुजारा करने की बात करते रहे हैं।
कांग्रेस समर्थक सोशल ऐक्टिविस्ट तहसीन पूनावाला ने आरटीआई ऐक्ट के तहत रेलवे बोर्ड से इस बारे में जानकारी मांगी थी। उन्होंने अपनी आरटीआई ऐप्लिकेशन में पूछा था कि क्या मोदी को ट्रेनों और स्टेशन में चाय बेचने के लिए कोई रजिस्ट्रेशन नंबर या फिर पास जारी किया गया था।
इसके जवाब में रेलवे बोर्ड ने कहा कि इस बारे में कोई वैध दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। इसमें लिखा गया है, ‘रेलवे बोर्ड के टूरिज़म ऐंड कैटरिंग डायरेक्टरेट की टीजी 3 ब्रांच में इस बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।’
