केसरयुक्त स्पेषल च्यवनप्राष के डिब्बे में फंगस और बदबू

1विदिषा। स्थानीय किलेअन्दर बक्सरिया स्थित एक मान्यताप्राप्त प्राइवेट स्कूल के संचालक शाष्वत शर्मा ने आज बाबा रामदेव के आयुर्वेद संस्थान पतंजलि द्वारा निर्मित केसरयुक्त स्पेषल च्यवनप्राष का एक किलो का एक डिब्बा 225 रू. में खरीदा। श्री शर्मा ने घर लाकर जब यह डिब्बा खोला तो देखा कि च्यवनप्राष के ऊपर भारी मात्रा में फफूंद (फंगस) जमी हुई थी और बेहद तेज बदबू भी आ रही थी।
इस डिब्बे पर अंकित विवरण के अनुसार कुल मात्रा 1 किलो ग्राम, बैच नं. सीजेड 140, उत्पादन की तिथि नवम्बर 2014, समाप्ति (एक्सपाइरी) की तिथि अक्टूबर 2017 है। इसे आयुर्वेदिक प्रोपराइटरी औषधि लिखा गया है। शाष्वत शर्मा ने बताया कि इस संबंध में वे च्यवनप्राष निर्माता संस्थान पतंजलि के विरूद्ध शीघ्र ही यथोचित वैधानिक कार्यवाही करेंगे, ताकि इस संस्थान के मुखिया बाबा रामदेव के बड़बोलेपन को सबक मिलने के साथ उनके संस्थान के विरूद्ध कार्यवाही हो सके।
पंकज शर्मा

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