प्रेस फ्रीडम फोरम के पवन देवलिया ने बताया कि फोरम ने पत्रकार स्वण् कोठारी को श्रद्धांजलि देने के साथ ही आज आयोजित बैठक में मध्यप्रदेश पुलिस की जांच को संदिग्ध बताया है। उसने माना है कि जिस तरह से इस जघन्य हत्या के दिन से ही पुलिस स्वण् कोठारी को एक अपराधी बताने का प्रयास कर रही है और उस पर फर्जी आपराधिक प्रकरण लादने वाले पुलिस अफसर को एसआईटी का मुखिया बनाकर जांच की जा रही हैए उस पर हमारा भरोसा नहीं हैए इसलिए हत्या के इस मामले को राज्य सरकार को सीबीआई के हाथ सौंपने की पहल करना चाहिए।
उन्होने कहा कि सरकार से बालाघाट कलेक्टर वी किरण गोपाल को भी हटाने की मांग की गई है। बैठक में पत्रकारों ने माना है कि वारदात के विरोध मे उन्हेंरूकलेक्टरः ज्ञापन सौंपने का समय मांगने वाले स्थानीय पत्रकारों से जिस शब्दावली में उन्होने बात की हैए उससे लगता है कि वह पहले से मानकर बैठे हैं कि स्वण् कोठारी एक अपराधी थे। पत्रकारों से बातचीत का ऑडियो सोशल मीडया पर वायरल होने से कलेक्टर गोपाल की यह सच्चाई सबके सामने उजागर हो चुकी है।
देवलिया ने कहा कि हमारी यह भी मांग है कि स्वण् कोठारी के परिवार को सरकार पर्याप्त आर्थिक मदद के साथ सुरक्षा मुहैया कराए और प्रदेश में पत्रकारों पर हमले के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मीडियाकर्मी सुरक्षा विधेयक विधानसभा मे पेश कर अधिनियम बनाए।
संतोष गेंगेले
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