ताकि महिला,बाल का विकास और अच्छे से हो सके

जिले में बनेंगी 51 आधुनिक आंगनबाडियां मिली मंजूरी

Dr.jagdish jatiyaदमोह / किसी भी देश का भविष्य उसकी आने वाली पीढी पर टिका होता है यही वह कारण जिसको लेकर अनादिकाल से चिंतन मनन कर बच्चों एवं उनकी माताओं को एक अच्छा वातावरण,शिक्षा एवं बेहतर भोजन देने की बात कही गयी है। पिछले बीते कुछ बर्षों में पाश्चात् संस्कृति के चलते एवं पूर्व की सरकारों की अदूरदर्शिता का परिणाम इस विषय में क्या रहा सर्व विदित है? परन्तु भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा इस विषय को लेकर बेहतर से बेहतर कार्य करने एवं देश के भविष्यों को संवारने की दिशा में कार्य प्रारंभ ही नहीं किया गया अपितु इसमें तेजी भी लायी जा रही है। जिसको लेकर आधुनिक आंगनवाडियों के निर्माण वह भी ग्राम पंचायतों में स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है।
आधुनिक आंगनवाडियां-
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 51 आंगनवाडियों को विभिन्न ग्राम पंचायतों में बनाने के लिये स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। शासन की योजना प्रत्येक ग्राम पंचायतों में आंगनवाडियों को बनाने की बतलायी जाती है जिसके प्रथम चरण में उक्त स्वीकृति प्रदान की गयी है। विभागीय जानकारी के अनुसार तीन महत्वपूर्ण विभाग मिलकर इस दिशा में कार्य करने जा रहे हैं। जिसमें इनके संयुक्त संयोजन से शासन की इस अति महत्वपूर्ण योजना को मूर्त रूप दिया जा सकेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रत्येक आंगनवाडी के लिये चार लाख वित्त आयोग से ,दो लाख महिला बाल विकास से तथा एक लाख अस्सी हजार मनरेगा से मजदूरी भुगतान हेतु दिया जायेगा। विभागीय सूत्र बतलाते हैं कि प्रत्येक स्वीकृत आंगनवाडियों से संबधित ग्राम पंचायतों के खातों में प्रत्येक को छै: -छै: लाख रूपये के मान से राशि भेज दी गयी है।
क्या,कैसे होगा निर्माण-
जिले में स्वीकृत आंगनवाडियों के लिये संबधित ग्राम पंचायत ही क्रियान्वयन एजेंसी होगी। 625 वर्ग फुट में निर्माण होने वाली आंगनवाडी में हाल,बरामदा,किचिन,शौचालय,कमरा एवं बाउंड्रीवाल का निर्माण किया जाना है। जिसके लिये नक्शा एवं डिजाइन दोनो ही संबधित एजेंसियों को भेजे जा चुके हैं। महत्वपूर्ण बिन्दु यह भी है कि ठेकेदार से कार्य नहीं कराया जायेगा एवं मनरेगा के जॉबकार्ड धारी मजदूर ही कार्य करेंगे।
क्या होगा लाभ-
उक्त आंगनवाडियों के निर्माण से जहां एक स्वस्थ्य एवं स्वच्छ वातावरण में बच्चों एवं महिलाओं को शासन की योजनाओं की जानकारी एवं लाभ मिलेगा। वहीं दूसरी ओर ग्रामीणांचलों के जॉबकार्डधारी मजदूरों को रोजगार प्राप्त करने का अवसर मिलने से उनको आर्थिक लाभ प्राप्त होगा ।
इनका कहना-
जिले की 51 ग्रामपंचायतों में स्वीकृत आंगनवाडियों के निर्माण की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझोता नहीं होगा। सभी ग्राम पंचायतों को निर्देशित किया जाता है कि वह अच्छे से अच्छा कार्य कार्य करें।
डा.जगदीश चन्द्र जटिया
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जिला पंचायत दमोह

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