डिस्कवरी 2016’ के आयोजन के लिए साझेदारी करते हैं
भारत के 1500 स्कूलों में लगभग 40,00,000 बच्चों से संरक्षण के विषय में संवाद
नई दिल्ली, अगस्त 01, 2016ः डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया और डिस्कवरी किड्स ने आज भारत के सबसे बड़े और एकमात्र राष्ट्रीय स्तरीय वाइल्डलाइफ क्विज के 2016 के संस्करण की मेजबानी के लिए अपनी साझेदारी की घोषणा की। ‘विकास और जैव विविधता’ के विषय पर बल देते हुए यह क्विज न केवल हमारे ग्रह और इसके विभिन्न पहलुओं के बारे में बच्चों की जानकारी की परीक्षा लेता है बल्कि हमारे ग्रह को विशेष बनाने वाली लगातार विकसित हो रही जैव विविधता के बारे में बच्चों के मध्य जागरूकता और ज्ञान के सृजन का भी लक्ष्य रखता है।
15000 स्कूलों और 40,00,000 बच्चों तक पहुंचने वाला डिस्कवरी किड्स और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया वाइल्ड विसडम क्विज 2016 देश भर में 13 शहरों में आयोजित किया जाएगा। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा समर्थित यह क्विज प्राथमिक, मिडिल और वरिष्ठ स्तर पर आयोजित किया जाएगा। राष्ट्र स्तरीय समापन समारोह अक्तूबर माह में वाइल्डलाइफ सप्ताह (2 से 8 अक्तूबर) के दौरान नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। जीतने वाली शीर्ष 3 टीमों को एक संरक्षण लैंडस्केप पर जमीनी क्रियाकलापों को देखने और पहले कभी नहीं देखे गए वाइल्डलाइफ और प्रकृति का अनुभव लेने के लिए एक पूरी तरह भुगतान की जा चुकी यात्रा पर ले जाया जाएगा।
क्विज के लिए 15 अगस्त, 2016 तक पंजीकरण कराया जा सकता है। पंजीकरण कराने के लिए ीजजचरूध्ध्ुनप्रण्ूूपिदकपंण्वतहध्ूूुध् देखें।
इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए राजीव बख्शी, उपाध्यक्ष, डिस्कवरी दक्षिण एशिया कहते हैं कि, हमें वाइल्ड विसडम क्विज 2016 के लिए डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के साथ साझेदारी करते हुए गर्व महसूस हो रहा है। यह हमारे देश की समृद्ध प्राकृतिक धरोहर के विषय में जानने के लिए युवाओं को अवसर उपलब्ध कराने वाला आदर्श मंच है। हमारा उद्देश्य एक स्वस्थ और सुव्यवस्थित पर्यावरण के संदेश का प्रसार करना और बच्चों को हमारी जैव-विविधता को जानने और इस पर गर्व करने के लिए प्रोत्साहित करना है।”
राधिका सूरी, निदेशक, पर्यावरण शिक्षा, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया कहती हैं, ‘क्विज के प्रति जबरदस्त प्रतिक्रिया बच्चों के बीच पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता की गवाही देती है। यह हमें देश के युवा मस्तिष्कों को प्रेरित और सशक्त बनाने के लिए हमारे द्वारा किए जा रहे काम, जोकि उन्हें एक बेहतर भविष्य के लिए कदम उठाने में मददगार साबित हो सकता है, के प्रति आश्वस्त और अत्यधिक आनंद प्रदान करती है।
डिस्कवरी किड्स और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया वाइल्ड विसडम क्विज 2016 का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारत के विकास क्रम और जैव विविधता को गहराई से समझने और उन्हें इस विरासत को सहेज कर रखने की हमारी सामूहिक जिम्मेदारी के विषय में सोचने का अवसर उपलब्ध कराना है।
रुरुरु
डिस्कवरी किड्स के बारे में
डिस्कवरी किड्स बच्चों को उनकी शानदार दुनिया को समझने का अवसर प्रदान करता और स्कूल जाने वाले छात्रों के लिए आनंद तथा ज्ञान से भरपूर कार्यक्रमों के माध्यम से उनकी प्राकृतिक उत्सुकता को जगाता है। चैनल सीखने और कल्पना के गुणों को जाग्रत करता है और एक ऐसा सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराता है जिस पर अभिभावक भरोसा कर सकते हैं। डिस्कवरी किड्स अपने नन्हे दर्शकों को सूचना से युक्त और मनोरंजक कार्यक्रमों के माध्यम से अनंत संभावनाओं वाली एक दुनिया से रू-ब-रू कराता है जिसमें एडवेंचर, प्रकृति, विज्ञान, वाइल्डलाइफ, इतिहास और प्रौद्योगिकी के विविध क्षेत्रों को शामिल किया गया है। एशिया पैसेफिक में अप्रैल 2012 में शुरु किया गया डिस्कवरी किड्स वर्तमान में इस पूरे क्षेत्र में 30 मिलियन दर्शकों के लिए उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिए ूूूण्कापकेण्बवण्पद पर लॉग ऑन करें।
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया के बारे में
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया देश में वन्यजीवन और प्राकृतिक संरक्षण का कार्य कर रहे सबसे बड़े संगठनों में से एक है। इसके पास इस क्षेत्र में चार दशकों से अधिक का अनुभव है और इसने न केवल प्राकृतिक और वन्यजीवन संरक्षण की दिशा में निरंतर प्रयासों के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है बल्कि क्षमता निर्माण और पर्यावरणीय-कानूनी सक्रीयता के द्वारा जागरूकता का प्रसार करके लोगों को संवदेनशील बना रहा है।
यह डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंटरनेशल का हिस्सा है जोकि 5 मिलियन समर्थकों और 100 से अधिक देशों में सक्रीय वैश्विक नेटवर्क के साथ विश्व का सबसे बड़ा और सबसे सम्मानित स्वतंत्र सरंक्षण संगठन है। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ का मिशन पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण के हृास को रोकना और एक ऐसे भविष्य का निर्माण करना है जिसमें मनुष्य प्रकृति के साथ सौहार्दपूर्वक रह सके, विश्व की जैव विविधता का संरक्षण करके यह सुनिश्चित करना है कि नवीकरणीय प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग सुव्यवस्थित तरीके से हो और प्रदूषण और अनावश्यक खपत में कमी को बढ़ावा देना है।