श्री गोवर्द्धन-पुरूषोत्तम भगवान प्राण प्रतिष्ठा समारोह का शुभारंभ 2 को

विदिषा-01 सितम्बर 2016/श्री गोवर्द्धन-पुरूषोत्तम भगवान प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आज शुक्रवार 2 सितम्बर को दिव्य-भव्य शुभारम्भ होगा। स्थानीय विट्ठल नगर में कामधेनु गार्डन के समक्ष कल्याण पुष्टिधाम में निर्मित प्रभू श्री गोवर्द्धननाथजी की हवेली में श्री गोवर्द्धनधरणजी, श्री श्रीनाथजी तथा श्री कल्याणरायजी विराजमान होंगे। इस हवेली को पवित्र तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। इस आध्यात्मिक महोत्सव का सोमवार 5 सितम्बर को परम्परागत समापन होगा। यह निर्माण तुलसी-यमुना सेवा न्यास द्वारा किया गया है।
जगद्गुरू श्रीमद् वल्लभाचार्य महाप्रभूजी द्वारा प्रस्थापित पुष्टि मार्ग के शुद्धाद्वेत षष्ठ पीठाधीष्वर 108 श्री द्वारकेषलालजी महाराज इस धार्मिक आयोजन के प्रेरक-मार्गदर्षक हैं तथा उन्हीं के पावन सानिध्य में यह महोत्सव आयोजित किया गया है। श्रीमती ललितादेवी-विट्ठलदास डांगरा इस महोत्सव के मुख्य मनोरथी-यजमान हैं। उन्होंने इस हवेली देवालय में भारतीय स्थापत्य कला के अनुरूप सफेद संगमरमर पर रास-रासेष्वर भगवान श्री कृष्ण की विभिन्न लीला-झांकियों, मनोहर झरोखों और अत्याकर्षक द्वारों को सुसज्जित कराया है। शुक्रवार 2 सितम्बर को विट्ठल नगर कल्याण धाम में प्रातः 8 बजे से वास्तु पुरूषोत्तम यज्ञ तथा महाराज श्री के प्रवचन होंगे। वहीं, रात्रि में स्थानीय कोतवाली के पीछे स्थित माहेष्वरी सेवा ट्रस्ट धर्मषाला में महाराजश्री द्वारकेषलालजी पुनः प्रवचन देंगे। शनिवार 3 सितम्बर को दोपहर 3 बजे स्थानीय माधवगंज स्थित अग्रवाल धर्मषाला ट्रस्ट से दिव्य-भव्य मंगल शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो प्रमुख मार्गो से होती हुई डण्डापुरा स्थित श्री चिंतामणि गणेष मंदिर पर सम्पन्न होगी। आयोजकों ने सभी श्रद्धालुओं को कार्यक्रम स्थल कल्याण धाम पहुंचाने की वाहनों से व्यवस्था की है। शोभायात्रा में महाराजश्री विराजमान रहेंगे और भगवान श्री कृष्ण से संबंधित सुन्दर झांकियांे के दर्षन भी होंगे। रविवार 4 सितम्बर को पंचामृत स्नान, पाटोत्सव तिलक, नंद महोत्सव, छप्पन भोग महाप्रसादी तथा भजन संध्या के कार्यक्रम होंगे। सोमवार 5 सितम्बर को फूल मण्डली, फूलफाग के साथ महोत्सव का शुभ समापन होगा।

ईष्वर कृपा प्राप्ति का सार्थक मार्ग है पुष्टिमार्ग-गोस्वामी श्री द्वारकेषलालजी महाराज
Maharajshri Dwarkeshlalji maharajविदिषा-01 सितम्बर 2016/ईष्वर की कृपा प्राप्त करने के मार्ग को ही पुष्टिमार्ग कहते हैं। पुष्टिमार्ग ही सम्प्रदाय के पीठाधीष्वर गोस्वामी 108 श्री द्वारकेषलालजी महाराज ने आज यहां पत्रकारों से चर्चा करते हुए यह बात कही। स्मरणीय है कि महाराजश्री स्थानीय विट्ठल नगर में आयोजित 4 दिवसीय आध्यात्मिक आयोजन के प्रेरक-मार्गदर्षक हैं तथा उन्हीं के पावन सानिध्य में यह महोत्सव आयोजित किया गया है।
पत्रकारवार्ता में महाराजश्री ने कहा कि वर्तमान युग में 2जी, 3जी, 4जी नेटवर्क प्रचलित हैं, परन्तु गोस्वामी श्री वल्लभाचार्यजी महाराज ने तो संवत 1535 में ही श्री जी नेटवर्क की संरचना की थी और वास्तव में यही नेटवर्क सच्चा और शाष्वत है। महाराजश्री ने कहा कि भारतीय परम्परा, धर्म, इतिहास पर सबको गर्व होना चाहिए। सभी को आदर्ष नागरिक होने के साथ उत्तम हिन्दू होना चाहिए। उन्होंने युवा पीढ़ी से संकुचित विचारधारा से ऊपर उठकर व्यापक राष्ट्र कल्याणकारी तथा अध्यात्म विस्तारक कार्य करने चाहिए। उन्होंने कहा कि आज युवा वर्ग पाष्चात्य जीवन पद्धति अपना कर अपने को मॉर्डन प्रदर्षित करने में लगा है, जबकि हम भारतीय रहकर भी मॉर्डन बन सकते हैं। इसके लिए हमें भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिक विचारधारा तथा पुरातन गौरवषाली परम्पराओं का अनुषरण करना होगा।

मनीष माहेष्वरी
9827239910
मेडिकल स्टोर, डॉ. इन्दू जैन हॉस्पिटल,
अस्पताल मार्ग विदिषा

error: Content is protected !!