ग्रामीण विकास संघर्ष समिति ने फूंका नगर निगम का पुतला

14331697_1215409195188274_2086216930_nआगरा। ग्रामीण विकास संघर्ष समिति ने गुरूवार को नगर निगम के सीमा विस्तार के प्रस्ताव के विरोध में शास्त्रीपुरम में नगर निगम का पुतला फूंका। इस मौके पर ग्रामीण विकास संघर्ष समिति के प्रमुख लोग मौजूद रहे। गुरूवार को ग्रामीण विकास संघर्ष समिति के कार्यकर्ता और कई गाँवों के ग्रामीण दहतोरा में इकट्ठा हुए। यहां से जुलूस के रूप में नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शास्त्रीपुरम पहुंचे, जहां उन्होंने नगर निगम का पुतला फूंका। ग्रामीण विकास संघर्ष समिति ने सामूहिक रुप से शुक्रवार को आगरा दौरे पे आ रहे नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां से आगरा नगर निगम द्वारा पास किये गये सीमा विस्तार प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग की।

ग्रामीण विकास संघर्ष समिति के संयोजक डॉ सुनील राजपूत ने कहा कि जिन 33 गाँव का नगर निगम अपनी सीमा में विस्तार कर रहा उन गाँव में नगर निगम के इस फैसले से आक्रोश व्याप्त है। जिसके परिणाम वर्तमान सपा सरकार को आगामी विधान सभा चुनाव में भुगतने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जो पार्टी खुद को किसान की पार्टी कहती है वो तेतीस गाँव को नगर निगम में शामिल करके अपनी किसान विरोधी मानसिकता का परिचय दे रही है। ग्रामीण जनता जब नगर निगम में जाना नही चाहती तो उनको क्यों नगर निगम में जबरदस्ती शामिल किया जा रहा है। सभी गाँव की लगभग चार लाख आबादी सरकार के इस फैसले से प्रभावित हो रही है। अगर शासन प्रशासन ने जल्द अपना निर्णय वापस नही लिया तो बहुत जल्द सभी गाँव नगर निगम के विरुद्ध बड़ा आंदोलन करेंगे जिसकी गूँज लखनऊ तक गूंजेगी।

ग्रामीण विकास संघर्ष समिति के उमेश राजपूत ने कहा कि सभी जानते हैं कि जो गाँव पिछले नगर निगम सीमा विस्तार में शामिल किये गए थे उनकी हालात बदतर है। ग्रामीण विकास संघर्ष समिति जितने भी गाँव नगर निगम में शामिल किये जा रहे हैं, उनके साथ इस आंदोलन को धार देगी। उन्होंने कहा कि नगर निगम को पहले शहरी क्षेत्र का विकास करना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम प्रधान और जिला पंचायत विकास करने के लिए काफी है। सरकार को नगर निगम का प्रस्ताव निरस्त कर देना चाहिए क्योंकि प्रशासन को कोई भी फैंसला जिला पंचायत और सभी ग्रामवासियों से राय लेकर करना चाहिए।

ग्रामीण विकास संघर्ष समिति के विष्णु मुखिया ने कहा कि मेयर, नगर निगम अधिकारियों और पार्षदों की एक कमेटी ने शहर की चारों दिशाओं में सीमा विस्तार के लिए निरीक्षण कर प्रस्ताव तैयार किए। उन्होंने कहा कि बिना ग्रामीणों कि राय लिए कोई भी व्यक्ति, नेता या अधिकारी कैसे तय कर सकता है कि किस गाँव को नगर निगम में रखा जाए और किसे नहीं। उन्होंने कहा कि इन लोगों से नगर निगम में अपने क्षेत्र का तो विकास हो नहीं पा रहा है।

ग्रामीण विकास संघर्ष समिति के हेमेन्द्र सिंह ने कहा कि आज नगर निगम आगरा केग्रामीण क्षेत्र का वर्चस्व ही खत्म करने पर तुला हुआ है। ग्रामीण विकास संघर्ष समिति जितने भी गाँव नगर निगम में शामिल किये जा रहे हैं, उनके साथ इस आंदोलन को धार देगी। उन्होंने कहा कि नगर निगम को पहले शहरी क्षेत्र का विकास करना चाहिए।

इस मौके पर जयपाल चैधरी, जीतू राजपूत, रजत लोधी, शिवा बघेल, अजय चैधरी, पवन लोधी, योगेश, रोहित शर्मा, रामबाबू, निनुआ खान, यषपाल सिंह, संतोष, थानसिंह, वीरेन्द्र राजपूत, गौरव राजपूत, सुनील लोधी, खेमसिंह, राहुल खान, सोनू राजपूत, मुकेश राजपूत, छोटू लोधी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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