जल समस्या समाधान के लिए फिर शुरू किए जाएं तालाब

प्रदेश में करीब 10 हजार तालाब बंद, महाराष्ट्र का देश भर में अनुसरण होगा

मंगल प्रभात लोढ़ा
मंगल प्रभात लोढ़ा
मुंबई, 15 दिसंबर। महाराष्ट्र में पानी की समस्य़ा को समाप्त करने कि लिए पुराने तालाबों का फिर से विकास किया जाना चाहिए। साथ ही मूलभूत विकास कार्यों के लिए इन तालाबों के पानी का उपयोग अनिवार्य किया जाना चाहिए। जिससे प्रदेश के करीब 10 हजार से भी ज्यादा तालाब पुनर्जीवित हो जाएंगे। विधानसभा में औचित्य का मुद्दा पेश करते हए बीजेपी के वरिष्ठ विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा ने सरकार से निवेदन किया कि इससे प्रदेश के ग्रामीण इलाकों के जल संसाधनों का विकास होगा और प्रदेश के आधारभूत विकास को भी गति मिलेगी।

महाराष्ट्र में जलयुक्त शिवार मुहिम के मामले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की कोशिशों की तारीफ करते हुए विधायक लोढ़ा ने विधानसभा में कहा कि जलयुक्त शिवार से प्रदेश में एक नई जलक्रांति की शुरूआत हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिंचाई परियोजनाओं की असफलता के कारण पानी सबसे बड़ी समस्या के रूप में हमारे सामने हैं। विधायक लोढ़ा ने इसके समाधान के लिए प्रदेश के तालाबों को फिर से जीवित करके इन्फ्रास्ट्रक्चर के काम में उस पानी के उपयोग को अनिवार्य. करने की मांग की। जिससे राज्य के करीब 10 हजार से भी ज्यादा तालाबों को नया जीवन मिलेगा। विधानसभा में इस बारे में औचित्य का मुद्दा पेश करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई शहरों का अंधाधुंध विकास होने के कारण वहां तालाब बंद हो गए हैं। उनमें कचरा भरा पड़ा है। जिन्हें फिर से साफ करके जलभराव के योग्य बनाकर राज्य में पानी की समस्या का समाधान किया जा सकता है। देश भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार एवं महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र सरकार ने बड़े पैमाने पर रेलवे, रोड़ एयरपोर्ट, ब्रिज आदि इन्फ्रास्ट्रक्टर विकास के कार्य शुरू किए हैं। विधायक लोढ़ा ने कहा कि राज्यभर में तालाबों को साफ करवाकर इन्फ्रास्ट्रक्टर विकास के इन कार्यों में तालाबों का पानी उपयोग करना अनिवार्य किया जाना चाहिए।

ग्रामीण और शहरी इलाकों में पानी की कमी सबसे बड़ी समस्या के रूप में ऊभर रहा है। मुंबई सहित प्रदेश में अनेक तालाब कचरे से भरे पड़े हैं। विधायक लोढ़ा ने इसके समाधान के लिए बंद पड़े तालाबों को फिर से पानी भरने योग्य बनाने पर सरकार से तत्काल फैसला लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा करती है तो यह देश भर के लिए बहुत बड़ा उदाहरण होगा। साथ ही जलयुक्त शिवार की तरह तालाब भी प्रदेश के जलसंकट के समाधान का कारण बनेंगे।

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