रामलील मैदान में चल रही श्री राम कथा का द्वितीय दिवस

विदिषा। श्री स्व. गुरूचरण सिंह सेवा न्यास द्वारा आयोजित राम कथा से स्वार्थ विलुप्त हो जाएगा तो वह निस्वार्थ भाव में बदल जाएगा। यह भागवत कृपा है का दूसरें दिन कथा वाचर श्री उत्तम स्वामी महाराज द्वारा उपस्थित श्रद्धालुओं की सत्संग क्या होता है। स्वामी जी कथा अनुसार सनातन धर्म के जीवन मे चार मुख्य तत्व है। पहल संत, पंथ, मंत्र, ग्रंथ राम नाम को प्राप्त करना है तो श्री राम का सुमिरन करना पड़ेगा। जिस प्रकार गैस सिलेण्डर की गैस खाली होने के बाद घर से निकाल लिदया जाता है उसी प्रकार यह शरीर रूपी सिलेण्डर सांस समाप्त होने के बाद परिजन इसे आंग के हवाले कर देते है। अतः मानव जन्म/मृत्यु सफल बनाई जा सकती है कथा में उन्होंने कहा कि वर्ण का मतलब जाति नहीं हैं। आपका आचरण ही आपका वर्ण है। वैचारिक धारा मुक्त मन, बुद्धि वाणी की शृद्धि ही आपका वर्ण है। रामकथा रूपी सागर में एक मोती ही जीवन को धन्य कर देता है। सम्पूर्ण जीवन में राम का चिंतन और उनके जीवन चरित्र का स्मरण करते रहना चाहिए। स्वार्थ के वषीभूत ही सही लेकिन राम नाम स्मरण करना चाहिए। निरंतर स्मरण सुमिरन आज की रामकथा दोपहर 2 बजें से शुरू हुई। श्रीराम कथा आयोजन की संयोजक श्रीमती सुखप्रीत सिंह कौर एवं माता श्रीमती बलजीत गुरूचरण सिंह द्वारा श्रीराम चरित्र मानस एवं महर्षि उत्तम स्वामी जी की पूजा अर्चना कर शुभांरभ किया गया। द्वितीय दिन कथा में पर्यावरण विकास निगम अध्यक्ष तपन भौमिक, उपाध्यक्ष वन विकास निगम राममोहन बघेल, जिला महामंत्री किषोर सिंह दांगी, विष्व हिन्दू परिषद के म.प्र. छत्तीसगढ़ क्षेत्रीय मंत्री राजेष तिवारी, विहिप विभाग मंत्री मलखान सिंह ठाकुर, विभाग प्रचारक मुकेष त्यागी, मनोज कटारे, राकेष शर्मा, विभाग सह संयोजक विहिप चंद्रभान सिंह बघेल, संगठन मंत्री उमेष पाराषर, जिला मंत्री बलवान राजपूत, जिला विद्यार्थी प्रमुख सपन देवरिया, जनपद सदस्य सुरेष किरार , वरिष्ठ समाजसेवी सुखदेव लड्डा, रामेष्वरदयाल बंसल, विहिप जिलाध्यक्ष प्रेमनारायण सोनी, वरिष्ठ पत्रकार श्री खैरा एवं उपबीज निगम मुल्ला सिंह भदौरिया, कथा स्थल में सैकड़ो नारी शक्ति, श्रद्धालुओं ने मंत्रमुग्ध होकर कथा श्रवण की। श्री रामकथा की द्वितीय दिवस का प्रसंग षिव-पार्वती संवाद रहा। उक्त जानकारी कथा व्यवस्था प्रमुख नीरज चौरसिया द्वारा दी गई।

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