जेल नियमों की धज्जियां उड़ा रहा गोपाल कांडा

सत्ता के गलियारों में रसूखरखने व आलीशान हवेलियों में शानो-शौकत से रहने का आदी हरियाणा का पूर्व मंत्री गोपाल गोयल कांडा की दीपावली इस बार काली रहेगी। हालाकि एयर होस्टेस गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में मुख्य आरोपी कांडा का जेल में भी रुतबा कम नहीं है। उसे वीआइपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। उसके लिए जेल नियमों की भी अनदेखी की जा रही है। जिस सेल में वह बंद है, उसके आसपास दूसरे कैदी फटक भी नहीं पाते। ज्यादातर वह टीवी देखकर और अखबार पढ़कर समय काट रहा है। दूसरी तरफ, रोहिणी कोर्ट ने कांडा और एमडीएलआर कंपनी की अधिकारी अरुणा चढ्डा की न्यायिक हिरासत 21 नवंबर तक बढ़ा दी है।

जेल के एक अधिकारी ने बताया कि कांडा इन दिनों ज्यादा परेशान दिख रहा है। उसे उम्मीद थी कि यदि उसे जमानत मिल जाती तो दीपावली परिवार के साथ मना पाता। लेकिन दिल्ली हाई कोर्ट ने जमानत पर सुनवाई की तारीख बढ़ाकर 19 नवंबर कर दी। इस वजह से कांडा की दीपावली तिहाड़ जेल के उसी सेल में मनेगी, जिसमें पिछले साल पूर्व केंद्रीय मंत्री व 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के आरोपी ए राजा बंद थे। कांडा जेल नंबर-1 के वार्ड नौ के की एक दस फीट लंबी और 15 फीट चौड़ी कोठरी में बंद है।

जेल नियमों के मुताबिक, हफ्ते में दो दिन परिवार के लोग मुलाकात कर सकते हैं। पर शनिवार और रविवार को छोड़कर हर रोज परिवार का कोई न कोई सदस्य उससे मिलने आता है, लेकिन जेल प्रशासन इससे इंकार कर रहा है। कांडा सुबह छह बजे गिनती के लिए कैदियों की लाइन में नहीं लगता। सुबह मॉर्निग वॉक करता है। इसके बाद कैंटीन से मंगाया चाय-नाश्ता करने के बाद अपने सेल में ही टीवी देखता है। इसके अलावा वह अखबारों में अपने बारे में छपी खबरों को पढ़ने में दिलचस्पी दिखाता है। गौरतलब है कि कांडा की एमडीएलआर एयरलाइंस कंपनी में नौकरी करने वाली गीतिका ने इस साल पाच अगस्त को खुदकुशी कर ली थी।

मुख्य आरोपी कांडा 18 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। 28 अगस्त को उसे रोहिणी जेल भेजा गया था। वहा से सितंबर में उसे तिहाड़ जेल स्थानातरित कर दिया गया। हाल ही में उसके गृह नगर हिसार (हरियाणा) में 14 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम विश्वकर्मा दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनाया है। बकायदा शहर में उसका पोस्टर भी लगाया गया। अब तक नहीं सौंपे दस्तावेज गोपाल कांडा व अरुणा चढ्डा के खिलाफ दाखिल आरोपपत्र में कम पाए गए दस्तावेजों को दिल्ली पुलिस अब तक आरोपियों के वकील को नहीं सौंप सकी है। रोहिणी कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान शुक्रवार को आरोपियों के वकील कपिल साकला ने बताया कि जो दस्तावेज पुलिस से मागे गए थे, उनमें अब तक दो दस्तावेज ही उन्हें सौंपे गए हैं। जाच अधिकारी ने कहा कि उन दस्तावेजों को फोरेंसिक जाच के लिए भेजा गया है। ऐसे में फिलहाल उन दस्तावेजों को नहीं सौंपा जा सकता।

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