भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी और राष्ट्रीय सचिव किरट सौमया ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के बीकानेर में जमीन खरीद प्रकरण को लेकर शुक्रवार को एक बार फिर केंद्र की संप्रग और राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर हमला बोला है।
जयपुर में पत्रकारों से बातचीत में दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि बीकानेर-जैसलमेर क्षेत्र में कुछ समय पहले बने सोलर पार्क जोन की जानकारी दोनों ही सरकारों ने वाड्रा को पहले ही दे दी थी, जिससे उन्होंने इस इलाके में दस हजार से अधिक बीघा जमीन किसानों से मात्र 35 हजार रुपये बीघा के भाव से खरीदी और अब साढ़े तीन लाख रुपये बीघा के भाव से बेच रहे है। अब हालात यह हो गए कि इस क्षेत्र में सोलर प्लांट लगाने वाली सभी 721 कंपनियों ने वाड्रा से ही मनमानी दरों पर जमीन खरीदी, इसका कारण इलाके में वाड्रा के अतिरिक्त किसी के पास जमीन नहीं होना है।
बीकानेर-जैसलमेर क्षेत्र का दौरा कर लौटे सौमया ने कहा कि इस साल जून माह में ही दो हजार बीघा जमीन बीकानेर के कोलायत क्षेत्र में वाड्रा द्वारा खरीदी गई। यह जमीन स्काई लाइट रियलटी प्रा.लि, स्काई लाइट होस्पिटीलिटी लि., नॉर्थ इंडिया आईटी पार्क लि., रियल अर्थ प्रा.लि. के नाम से खरीदी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि सोलर प्लांट नीति बनाने और सोलर जोन बनाने की जानकारी वाड्रा को लेकर उनकी केंद्र एवं राज्य सरकार ने मदद की है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मामले को लेकर राज्यपाल एवं राष्ट्रपति को ज्ञापन देगी कि सरकारी नीति की वाड्रा को पहले जानकारी देकर सरकार ने नियमों की अनदेखी की है।