ठाकरे के शोक में थम गई तेज रफ्तार से दौड़ने वाली मुंबई

दिन-रात दौड़ने वाली मुंबई रविवार को पूरी तरह से थम गई। खामोश सड़कों के बीच मुंबई की भीड़ अपने चहेते नेता शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे के अंतिम संस्कार में शामिल होने को इस कदर बेकरार दिखाई दी कि सड़कें छोटी पड़ गईं। हजारों की भीड़ मातोश्री से लेकर शिवाजी पार्क के बीच सिमट कर रह गई। बाल ठाकरे के निधन के बाद से ही मुंबई पूरी तरह से ठहर गई थी। दुकानें बंद, थियेटर बंद, ऑटो-टैक्सी बंद और सूनी सड़कें कुछ ऐसा था मुंबई का हाल।

मुंबई को जिस तरह से आज देखा गया वैसी मुंबई शायद ही कभी दिखाई दी हो। रविवार को मुंबई की सारी पुलिस भी सड़कों पर मुस्तैद दिखाई दी। ठाकरे के निधन के बाद ही सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियों को रद कर दिया गया था। वहीं पुलिस ने सभी लोगों से अपील भी की थी कि वह बिना जरूरत के घरों से बाहर न आएं। मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन भी आज खाली दिखाई दे रही हैं। स्टेशन पर इक्का दुक्का इंसान ही दिखाई दे रहे हैं। ठाकरे की अंतिम यात्रा जैसे जैसे बांद्रा से दादर की ओर उनके शिवसेना भवन की ओर बढ़ रही है वैसे वैसे लोगों की भीड़ भी उसके पीछे-पीछे चल रही थी।

बाला साहेब के अंतिम दर्शन के लिए लाखों लोग शिवाजी पार्क पहुंच रहे हैं। लिहाजा प्रशासन ने इस बात को लेकर चौकस है कि किसी को कोई दिक्कत ना हो। इंतजाम के तहत मुंबई में 35 हजार टैक्सियों को रोक दिया गया है। आदेश के मुताबिक 90 हजार ऑटो भी नहीं चल रहे हैं। इसके अलावा बेस्ट बसें कहीं ज्यादा फेरे लगा रही हैं। मुंबई लोकल का प्रस्तावित मेगा ब्लॉक रद्द कर दिया गया है। ठाकरे की अंतिम यात्रा के मद्देनजर मुंबई के कई रूटों में परिवर्तन किया गया है।

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