श्रीहरि वृद्धाश्रम के बुजुर्गों के छोटे बच्चों के साथ बिताए गए पल बन गए खास यादगार

विदिषा 1 अक्टूबर 2019/आज अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर स्थानीय ‘बचपन प्ले‘ स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने स्कूल की संचालिका श्रीमती अंजलि श्रीवास्तव एवं षिक्षकों के साथ श्रीहरि वृद्ध आश्रम पहुंचकर बुजुर्गों को ऐसा अभिभूत किया कि वे पल बच्चों और बुजुर्गों के लिए खास यादगार बन गए। इन बच्चों ने बुजुर्गों को ऐसी खुषी दी कि साथ चाहे कुछ पलों का ही रहा हो, पर बुजुर्गों के साथ बच्चों के लिए भी जिन्दगी भर के लिए वे क्षण मीठी याद बन गए। जब बच्चांे वृद्धाश्रम से प्रस्थान किया तो बुुजुर्ग भावुक हो उठे।
इस अवसर पर बचपन प्ले स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपनी प्यारी-प्यारी बातों और शरारती गतिविधियों से वृद्ध आश्रम के दादा-दादी को स्नेह के वो पल दिए, जिनसे बुजुर्ग पूरी तरह वंचित हैं। इसी का परिणाम है कि बच्चों को अपने बीच पाकर सारे वृद्धजन खुश तो बहुत हुए, लेकिन उनकी आंॅखों से नमी छलक रही थी। जब उनसे पूछा कि आपकी आंखें नम क्यों हैं? तो उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं जब दुखी हों तभी आंॅखें नम हो, जब कुछ अप्रत्याशित हो जाता है जिसकी जिंदगी में कमी हो या बहुत जरूरत हो और वह मिल जाए तो भी परमात्मा को धन्यवाद करते हुए ऑंखें खुशी से अपने आप नम हो जाती हैं। उस पर किसी का बस नहीं होता।
जहांॅ बच्चे हांे वहां मौज मस्ती ना हो, ऐसा तो हो ही नहीं, सकता इसलिए सभी बच्चों ने सभी दादा-दादी के साथ में गाने भी गाए और जी-भरकर नाचे भी। बच्चे इस दौरान मीठी शरारतें करने से भी नहीं चूके। बच्चों को दादा दादी ने टॉफी दी, तो बच्चों ने दादा दादी को फल भेंट किए और इस वचन के साथ विदा लेकर लौटे कि बहुत जल्द दोबारा मिलने आएंगे। बचपन प्ले स्कूल के डायरेक्टर अभिनय वर्मा का कहना था कि श्रीहरि वृद्धाश्रम के संचालक वेद प्रकाश शर्मा, श्रीमती इंदिरा शर्मा, केसर जहाँ और उनके साथ आश्रम में अपनी सेवाएं दे रहे तमाम सदस्यों का हम हृदय से सम्मान करते हैं, क्योंकि आज के दौर में बहुत कम ही ऐसे लोग हैं जो खुद के अलावा भी किसी और के बारे में सोचते हैं, फिक्र करते हैं और ख्याल करते हैं। स्कूल की ओर से आश्रम को कुछ जरूरी सामग्री भेंट की गई।

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