कन्या विद्याधन में गड़बड़ी के विरोध में सोमवार को प्रदर्शन पर करने वाली 40 छात्राओं के खिलाफ दर्ज करने के बाद उसे आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के हस्तक्षेप के बाद वापस ले लिया गया।
गौरतलब है कि सोमवार को रामपुर स्थित जौहर यूनिवर्सिटी में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने छात्राओं को कन्या विद्या धन के चेक बाटे। इससे वंचित छात्राएं कई दिनों से मुरादाबाद मंडल के विभिन्न जिलों में प्रदर्शन कर माग कर रही थीं कि उनके नाम भी पात्रता सूची में शामिल किए जाएं। क्षुब्ध छात्राएं रामपुर आई और अंबेडकर पार्क में एकत्र होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन करने लगीं। वे जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए जौहर यूनिवर्सिटी की ओर जाने लगीं। कचहरी चौराहे पर पुलिस ने छात्राओं को रोक लिया। इस दौरान दो छात्राएं बेहोश गई। इससे छात्राएं और आक्रोशित हो गई। छात्राएं पुलिस से धक्का-मुक्की करते हुए आगे बढ़ीं तो पुलिस के लाठिया फटकारने से भगदड़ मच गई। कुछ छात्राएं घायल हो गई। पुलिस छात्राओं को खदेड़ते हुए वापस अंबेडकर पार्क ले आई। हंगामे के दौरान एक छात्रा ने गले में दुपट्टा डालकर फासी लगाने का प्रयास किया और दम घुटने से वह बेहोश भी हो गई। अंबेडकर पार्क में भी छात्राएं धरने पर बैठ गई। ढाई घटे बाद मुख्यमंत्री का कार्यक्रम खत्म होने के बाद पुलिस ने छात्राओं को छोड़ दिया। लेकिन उग्र प्रदर्शन करने वाली 40 छात्राओं के खिलाफ मुरादाबाद पुलिस ने मामला दर्ज कर है।
खबरें मीडिया में आने के बाद मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने छात्राओं से केस वापस लेने के साथ-साथ कन्या विद्याधन की पात्रता रखने वाली छात्राओं के नाम सूची में दर्ज करने का आदेश दिया है।
