मुंबई, 3 मार्च 2021 : भारत में कमर्शल वाहनों के सबसे बड़े निर्माता टाटा मोटर्स ने मध्यम और भारी व्यावसायिक वाहनों (एम एंड एचसीवी) की श्रेणी में, अपना नवीनतम ट्रक, टाटा सिग्ना 3118.T लॉन्च किया। यह भारत का पहला 3 एक्सेल 6×2 (10 व्हीलर) का मजबूत ट्रक है। इस वाहन का कुल भार (जीवीडब्ल्यू) 31 टन है। टाटा मोटर्स उपभोक्ताओं को ध्यान में रखकर अपने ग्राहकों के लिए नए-नए उत्पाद समाधान लॉन्च करने में हमेशा अग्रणी मोर्चे पर रहा है। टाटा मोटर्स अपनी इंजीनियरिंग क्षमताओं और तकनीकी सर्वोच्चता के दम पर समय-समय पर नए-नए प्रॉडक्ट्स लॉन्च करता रहता है।
टाटा सिग्ना 3118.T अपने उपभोक्ताओं को राजस्व कमाने और संचालन लागत दोनों के अनूठे मिश्रण से बेहतरीन मूल्य प्रस्ताव का ऑफर देता है। 28 टन वजनी मजबूत ट्रक की तुलना में इस ट्रक पर 3500 किलो* ज्यादा सामान लादा जा सकता है। यह प्रमाणित किया जा चुका है। इसमें इस्तेमाल होने वाले ईंधन, टायर और रखरखाव का खर्चा 28 टन के ट्रक के समान ही आता है। 28 टन वजनी ट्रक के मुकाबले अपने उपभोक्ताओं को ~45 फीसदी* ज्यादा शुद्ध संचालन लाभ देने के लिए इस ट्रक का निर्माण किया गया है। 28 टन वजनी ट्रक की तुलना में सिग्ना 3118.T पर किए गए खर्च की लागत संचालन के एक वर्ष के भीतर निकाली जा सकती है। इसके बाद आने वाले सालों में इस ट्रक से मुनाफा कमाया जा सकता है, जो लगातार बढ़ता रहता है।
टाटा मोटर्स में कमर्शल व्हीकल बिजनेस यूनिट में सेल्स और मार्केटिंग विभाग के वाइस प्रेसिडेंट श्री राजेश कौल ने नए मॉडल की पेशकश पर अपनी बात रखते हुए कहा, “ग्राहक उत्कृष्टता की दिशा में सिग्ना 3118.T ट्रक का निर्माण टाटा मोटर्स के सफर में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह मॉडल उपभोक्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखकर किए गए बेमिसाल निर्माण और अनोखे मूल्य प्रस्ताव का सबूत है। इस ट्रक में कई मूल्यवर्धित खूबियां, जैसे फ्यूल इकोनॉमी स्विच, गियर शिफ्ट एडवाइजर, आईसीजीटी ब्रेक्स और फ्लीट ऐज टेलिमेटिक्स सिस्टम दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें ईंधन की चोरी रोकने के लिए एंटी फ्यूल थेफ्ट फीचर और रिवर्स पार्किंग में मदद का फीचर भी है। ये फीचर्स इस वाहन के शानदार और नई राह दिखाने वाले बेमिसाल डिजाइन में चार चांद लगाते हैं। इसका एलएक्स वर्जन एयर कंडीशनिंग और यूनिटाइज्ड व्हील बेयरिंग के साथ भी आता है। यह मॉडल उन उपभोक्ताओं के नए-नए विकल्पों के द्वार खोलता है, जो राजस्व विकास के मॉडल से मुनाफा बढ़ाना चाहते हैं।“
टाटा सिग्ना 3118.T ट्रक 12.5 टन के डबल टायर लिफ्ट एक्सेल कॉन्फिगरेशन के साथ लॉन्च किए गए हैं। इससे मध्यम और भारी वाहनों के सेग्मेंट में उपभोक्ताओं के ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने के साधनों की खोज की गई है। इस ट्रक का संचालन लिफ्ट एक्सेल को नीचे करके 31 टन का भार लाद कर किया जा सकता है, जबकि लिफ्ट एक्सेल को ऊपर करके इस पर 18.5 टन सामान लादा जा सकता है। इससे अलग-अलग कार्यों के लिए अलग मात्रा में सामान लादने के विकल्प ग्राहकों को मिलते हैं। टैंकर के उपभोक्ताओं के लिए लिफ्ट एक्सेल ऊपर कर संचालन काफी लाभदायक रहता है। इससे खाली वापस लौटते समय ईंधन की काफी बचत होती है। यह टैंकर सभी तरह के कार्यों के लिए बेहद उपयोगी है। इसमें पेट्रोलियम, ऑयल एंड लुब्रिकेंट्स (पीओएल), केमिकल्स, तारकोल, खाद्य तेल, दूध पानी के अलावा औद्योगिक सामान जैसे पैक किए गए एलपीजी सिलिंडर, लुब्रिकेंट्स और कृषि संबंधी साज-सामान की ढुलाई शामिल है। सिग्ना 3118.T को 25 किलोलीटर पीओएल टैंकर के लिए पेट्रोलियम, ऑयल एंड लुब्रिकेंट्स पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव्स सेफ्टी आर्गनाइजेशन की ओर से प्रमाणित किया गया है, जो इसी श्रेणी में 28 टन वजन के 10 पहियों के ट्रक को सबसे ज्यादा भार उठाने के लिए दी गई इजाजत से 2 किलोलीटर ज्यादा है।
प्रॉडक्ट्स वैरिएंट्स और फीचर्स :
टाटा 3118.T सिग्ना अवतार में एलएक्स, सीएक्स और काउल वैरिएंट में 24 फीट और 32 फीट लंबे डेक स्पेस के साथ मिलता है। यह क्यूमिंस बीएस 6 इंजन द्वारा पावर्ड है। यह 186 हॉर्स पावर पैदा करता है। इससे 850 एनएम का टॉर्क जेनरेट होता है। टाटा सिग्ना को जी950 6 स्पीड ट्रांसमिशन और हैवी ड्यूटी एक्सेल्स का परफेक्ट कॉम्बिनेशन देने के लिहाज से डिजाइन किया गया है। यह पावर ऑफ 6 वैल्यू के सिद्धांत के तहत प्रॉडक्ट की विशेषताओं को नेतृत्व की रणनीति से विकसित करने के टाटा मोटर्स के प्रयासों का नतीजा है।
संपूर्ण सेवा 2.0 के तहत उपभोक्ताओं को मूल्यवर्धित सेवाओं और शानदार सर्विसिंग के वादे का आश्वासन दिया जाता है। इसी के साथ इसमें 6 साल या 6 लाख किमी तक की यात्रा की स्टैंडर्ड ड्राइव लाइन वॉरंटी भी दी गई है। टाटा सिग्ना 3118.T को कई राज्यों और मार्केट में कई चरणों में लॉन्च किया जाएगा। टाटा मोटर्स भारत में सड़क यातायात के लिए ग्राहक केंद्रीयता को केंद्र में रखकर नए-नए वाहनों को लॉन्च करने की कोशिश में लगातार जुटा रहता है। इसने व्यवासायिक वाहन के निर्मातोओं को एक बार फिर ये दिखा दिया है कि सही मायनों में इंडस्ट्री का लीडर होना किसे कहते हैं।