केयर्न ऑयल एंड गैस के ऐश्‍वर्या ऑयल फील्‍ड ने उत्‍पादन के आठ वर्ष पूरे किए

बाड़मेर, 16 जून 2021 : केयर्न ऑयल ऐंड गैस, वेदांता लिमिटेड तेल और गैस की खोज और उत्‍पादन करने वाली भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी है। इस कंपनी ने बाड़मेर, राजस्‍थान में स्थित अपने ऐश्‍वर्या ऑयल फील्‍ड से सफल उत्‍पादन के आठ वर्ष पूरे कर लिये हैं। ऐश्‍वर्या इस क्षेत्र में केयर्न की सबसे बड़ी खोज, मंगला का सिस्‍टर फील्‍ड है, जिसने अभी तक आकलन के अनुसार 54 मिलियन बैरल कच्‍चे तेल के उत्‍पादन के साथ केयर्न के प्रोडक्‍शन में महत्‍वपूर्ण योगदान दिया है।

ऐश्‍वर्या की उर्वर प्रकृति तब से ही दिखने लगी थी, जब उसने उत्‍पादन शुरू होने के डेढ़ वर्ष के भीतर 10 मिलियन बैरल कच्‍चे तेल के उत्‍पादन की उपलब्धि पाई थी। केयर्न ऑयल ऐंड गैस की टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण के कारण इस संपदा ने देश में क्रूड के घरेलू उत्‍पादन में योगदान दिया है।

इस अवसर पर केयर्न ऑयल एंड गैस के डिप्‍यूटी सीईओ, प्रचुर साह ने कहा कि, “यह उपलब्धि हमारे उन प्रयासों का परिणाम है, जिन्‍होंने वृद्धि की योजनाओं को गति दी, ताकि तेल का सुरक्षित उत्‍पादन हो सके और भारत ऊर्जा सुरक्षा के मार्ग पर आगे बढ़े। राजस्‍थान से तेल के उत्‍पादन का आर्थिक और सामाजिक प्रभाव तगड़ा रहा है और ऐश्‍वर्या वृद्धि की इस यात्रा का अभिन्‍न हिस्‍सा रहा है। मुझे विश्‍वास है कि हम केन्द्रित प्रयासों और प्रतिबद्धता के साथ भारत के क्रूड उत्‍पादन का 50% देने के अपनी कंपनी के लक्ष्‍य की दिशा में आगे बढ़ते हुए ‘केवल सुरक्षित उत्‍पादन’ करना जारी रखेंगे।”

श्‍लम्‍बर्गर के भारत और बांग्‍लादेश के लिये मैनेजिंग डायरेक्‍टर, गौतम रेड्डी ने कहा कि, “वेदांता ने भारत के कुल तेल और गैस के कुल उत्पादन का 50% खुद उत्पादित करने का लक्ष्य रखा है और इस दिशा में वृद्धि के साझीदार के रूप में उनके साथ काम करने का अवसर पाकर श्‍लम्‍बर्गर वेदांता का धन्यवाद ज्ञापन करता है। एनए-01 सरफेस फैसिलिटी प्रोजेक्‍ट एक चुनौतीपूर्ण, लेकिन संतोषजनक सफर रहा है। इस प्रोजेक्‍ट की कई उपलब्धियों में से मुझे 3 मिलियन से अधिक घंटों के श्रम में जीरो एलटीआई के सेफ्टी रिकॉर्ड पर सबसे ज्‍यादा गर्व है, जिसमें कोविड का चुनौतीपूर्ण समय भी शामिल है। यह सुरक्षा की संस्‍कृति, मजबूत फोकस और वेदांता और श्‍लम्‍बर्गर की टीमों के बीच गठजोड़ के बिना संभव नहीं था।”

हाल ही में ऐश्‍वर्या फील्‍ड में वृद्धि की विभिन्‍न नई परियोजनाओं का निष्‍पादन शुरू हुआ है। पॉलीमर एनहांस्‍ड ऑयल रिकवरी (ईओआर) प्रोजेक्‍ट के कारण उत्‍पादन लगभग 25% बढ़ा है। ऐश्‍वर्या बाड़मेर हिल डेवलपमेंट के हिस्‍से के तौर पर एक नई प्रोसेसिंग फैसिलिटी एनए-01 की शुरूआत भी हुई है, जो अभी प्रतिदिन लगभग 35,000 बैरल लिक्विड (बीएलपीडी) और लगभग 10,000 बैरल ऑयल (बीओपीडी) का वहन कर रही है और कुछ छोटे अपग्रेड करने पर कुल 1,00,000 बीएलपीडी लिक्विड का वहन करने की क्षमता रखती है। इससे ऐश्‍वर्या और ऐश्‍वर्या बाड़मेर हिल के लिये भविष्‍य की विकास योजनाओं का मार्ग प्रशस्‍त हुआ है।

इस संपदा की यह उपलब्धि कोविड-19 महामारी समेत कई चुनौतियों और अवरोधों के बावजूद केयर्न की पूरी टीम के संयुक्‍त और दृढ़ प्रयासों को रेखांकित करती है। राजस्‍थान ब्‍लॉक में केयर्न के परिचालन का राष्‍ट्रीय महत्‍व है। इस ब्‍लॉक ने देश और राज्‍य के कोषों में कुल 18.0 बिलियन डॉलर का योगदान दिया है। विश्‍व-स्‍तरीय टेक्‍नोलॉजी और डिजिटलाइजेशन के इस्‍तेमाल से कोविड-19 महामारी के दौरान भी व्‍यवसाय की निरंतरता और सुरक्षित परिचालन में मदद मिली है।

error: Content is protected !!