मणिपाल, जनवरी, 2022: मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (एमएएचई) की एक घटक इकाई, टीए पाई मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (टीएपीएमआई) ने संस्थापक दिवस मनाया और 39वें टीए पाई मेमोरियल लेक्चर का आयोजन किया। टीएपीएमआई के लिए यह एक महत्वपूर्ण वर्ष है क्योंकि इस साल संस्थान के संस्थापक, पद्म भूषण विजेता टोन्से अनंत पाई का शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है। इस मौके पर टीएपीएमआई के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर – मैनेजमेंट स्टडीज डॉ. मधु वीरराघवन ने मौजूद लोगों का स्वागत किया। संस्थापक परिवार के प्रमुख सदस्यों – श्रीमती वसंती पाई – ट्रस्टी, एमएएचई ट्रस्ट, श्री यू अशोक पाई और श्री सतीश पाई के साथ एमएएचई के प्रो वाइसचांसलर, डॉ एचएस बल्लाल और लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) एमडी वेंकटेश, कुलपति भी उपस्थित थे ।
इस अवसर पर श्रीमती शारदा संपत चीफ पोस्टमास्टर जनरल, कर्नाटक सर्किल ने एक विशेष आवरण का लोकार्पण किया। इसे उन्होंने श्री. यू सतीश पाई, एक्जीक्यूटिव चेयरमैन, मणिपाल मीडिया नेटवर्क लिमिटेड को सौंपा। इस मौके पर स्वर्गीय श्री टीए पाई के भतीजे डॉ लक्ष्मण जी प्रभु ने अपने चाचा को स्नेहपूर्वक याद किया और उनके कई गुणों पर प्रकाश डाला जिनकी वजह से वे एक प्रेरक हस्ती थे। डॉ. एचएस बल्लाल, प्रो चांसलर, एमएएचई ने आधुनिक मणिपाल के निर्माण की नींव रखने में टीए पाई के योगदान पर प्रकाश डाला। लेफ्टि. जनरल (डॉ.) एमडी वेंकटेश, कुलपति, एमएएचई ने इस महत्वपूर्ण अवसर पर मौजूद लोगों का अभिनंदन किया। टीएपीएमआई में डीन (ऐकेडमिक्स) डॉ विश्वनाथन अय्यर ने मास्टर ऑफ सेरेमनी के रूप में इस कार्यक्रम का संचालन किया।
सोलर लाइट प्राइवेट लिमिटेड (सेल्को) के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. हरीश हांडे इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। श्री टीए पाई के जीवन और कार्यों से प्रेरणा लेते हुए जाने-माने सामाजिक उद्यमी डॉ. हरीश हांडे ने टीएपीएमआई जैसे प्रबंध संस्थानों द्वारा निभाई जाने वाली सामाजिक भूमिका पर प्रकाश डाला। सम्मानित अतिथि डॉ. एलएच मंजूनाथ, कार्यकारी निदेशक, श्री क्षेत्र धर्मस्थल ग्रामीण विकास परियोजना ने श्री टीए पाई के साथ अपने मजबूत जुड़ाव के बारे में बताया। केनरा मिल्क यूनियन के एक कर्मचारी के रूप में टीए पाई और इस क्षेत्र में उनका बहुत बड़ा योगदान है।
कार्यक्रम के तहत लंबे समय से संस्थान की सेवा कर रहे कर्मचारियों को मान्यता देने के लिए एक पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। प्रोफेसर सुलगना मुखर्जी, प्रोफेसर अनिमेष बहादुर और सुश्री सुधा बी का 10 साल पूरा होने पर सम्मान किया गया; श्री नारायण को संस्थान में 30 वर्ष पूरे होने पर सम्मानित किया गया। पुरस्कार डॉ. एचएस बल्लाल, प्रो चांसलर एमएएचई ने सौंपे।
कार्यक्रम का समापन प्रो एस सुधींद्र (एसोसिएट डीन – एकेडमिक्स) के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।
